अडानी ग्रुप के शेयरों पर आज सभी की नजरें टिकी रहेंगी। शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के बंद होने की घोषणा के बाद यह संभावना जताई जा रही है कि इसका असर अडानी ग्रुप के शेयरों पर पड़ सकता है।
- हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक नाथन एंडरसन ने एक नोट में फर्म को “भंग” करने का ऐलान किया।
- यह वही फर्म है जिसने जनवरी 2023 में अडानी ग्रुप पर आरोप लगाकर भारतीय बाजारों में हलचल मचा दी थी।
आज के लिए निवेशकों का फोकस
हिंडनबर्ग के बंद होने के फैसले का असर अडानी ग्रुप की निम्नलिखित कंपनियों के शेयरों पर दिख सकता है:
- अडानी एंटरप्राइजेज
- अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड
- अडानी ग्रीन एनर्जी
- अडानी पावर
- अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस
- अडानी टोटल गैस
- अडानी विल्मर
- अंबुजा सीमेंट
- एसीसी
- एनडीटीवी
बुधवार को अडानी ग्रुप के शेयरों का प्रदर्शन
बुधवार को अडानी ग्रुप के प्रमुख शेयरों ने सकारात्मक रुख दिखाया:
- अडानी एंटरप्राइजेज: 0.14% बढ़कर ₹2,385.55
- अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड: 0.94% बढ़कर ₹1,128.15
- अडानी पावर: 1.88% बढ़कर ₹549.30
- अडानी ग्रीन एनर्जी: 2.72% बढ़कर ₹1,035
- अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस: 1.13% बढ़कर ₹780.20
- अडानी विल्मर: 2.45% बढ़कर ₹273.50
हालांकि, अडानी टोटल गैस का शेयर 1.16% गिरकर ₹661.45 पर बंद हुआ।
हिंडनबर्ग रिपोर्ट का प्रभाव
24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप के खिलाफ एक रिपोर्ट जारी की थी।
- इसमें अडानी ग्रुप पर ऑफशोर टैक्स हेवन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया।
- रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट और 100 अरब डॉलर से अधिक की मार्केट कैप लॉस का कारण बना।
- हालांकि, अडानी ग्रुप ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया।
हिंडनबर्ग के बंद होने की वजह
हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक नाथन एंडरसन ने फर्म के बंद होने की घोषणा करते हुए कहा:
- “हमने जो विचार सोचे थे, उन पर काम पूरा कर लिया है।”
- उन्होंने आगे कहा:
“हमने कुछ ऐसे साम्राज्यों को चुनौती दी जिन्हें चुनौती देने की जरूरत थी।” - उनके अनुसार, हिंडनबर्ग की गतिविधियों के कारण करीब 100 लोगों पर नियामकों द्वारा चार्ज लगाया गया।
हिंडनबर्ग और अडानी जांच का लिंक
नवंबर 2023 में अमेरिकी अभियोजकों ने आरोप लगाया था कि अडानी ग्रुप ने मल्टीबिलियन-डॉलर रिश्वत और धोखाधड़ी योजना में भाग लिया।
- हिंडनबर्ग का बंद होना रिपब्लिकन कांग्रेस द्वारा अडानी ग्रुप की जांच से संबंधित दस्तावेज संरक्षित करने के अनुरोध के बाद हुआ।
अडानी ग्रुप के लिए आगे की राह
- चुनौतियां: हिंडनबर्ग रिपोर्ट से उत्पन्न विवाद ने अडानी ग्रुप की छवि पर गहरा असर डाला।
- संभावनाएं: अब हिंडनबर्ग के बंद होने के बाद, निवेशकों को अडानी ग्रुप के शेयरों में स्थिरता की उम्मीद है।
- निवेशकों की रणनीति: आज अडानी ग्रुप के स्टॉक्स में निवेशकों की सक्रियता और बाजार के रुझान पर नजर रहेगी।