Tech Company : Microsoft और Google के बाद अब Amazon ने उठाया बड़ा कदम, फिलिस्तीनी इंजीनियर को किया सस्पेंड

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News India Live, Digital Desk: इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष का असर अब दुनिया की बड़ी-बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों के दफ्तरों तक पहुंच गया है. Microsoft और Google के बाद अब दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी Amazon ने भी अपने एक फिलिस्तीनी इंजीनियर को निलंबित कर दिया है. इंजीनियर पर आरोप है कि उसने कंपनी की नीतियों का उल्लंघन करते हुए इजराइल सरकार के साथ Amazon के संबंधों की आलोचना की थी.

क्या है पूरा मामला?

सिएटल में काम करने वाले अहमद शहरूर, जो Amazon की होल फूड्स (Whole Foods) यूनिट में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, को सोमवार को कंपनी ने सस्पेंड कर दिया शहरूर ने कंपनी के आंतरिक कम्युनिकेशन चैनल 'स्लैक' पर कई मैसेज पोस्ट किए थे और कंपनी के सीईओ एंडी जैसी समेत बड़े अधिकारियों को एक चिट्ठी भी भेजी थी.

अपनी चिट्ठी और मैसेज में, शहरूर ने Amazon के 'प्रोजेक्ट निंबस' (Project Nimbus) का विरोध किया था आपको बता दें कि प्रोजेक्ट निंबस, Amazon और Google का इजराइल सरकार के साथ किया गया 1.2 बिलियन डॉलर का एक बड़ा कॉन्ट्रैक्ट है.[1] इस प्रोजेक्ट के तहत, दोनों कंपनियां इजराइली सरकार और सेना को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और क्लाउड कंप्यूटिंग जैसी संवेदनशील तकनीक मुहैया कराती हैं.

शहरूर ने अपनी चिट्ठी में लिखा, "मैं हर दिन कोड लिखता हूं, और मुझे याद आता है कि गाजा में मेरे भाई-बहनों को इजराइल द्वारा भूखा रखा जा रहा है. यह उस मुनाफे की मदद से हो रहा है, जिसे कमाने में मैं भी लगा हूं. मेरे पास सीधे तौर पर इसका विरोध करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है.

कंपनी ने क्या कार्रवाई की?

शहरूर के इन पोस्ट्स के कुछ ही घंटों बाद, Amazon ने उनके सभी ऑफिशियल अकाउंट्स (ईमेल, स्लैक आदि) को ब्लॉक कर दिया और उन्हें "अगले नोटिस तक" सस्पेंड कर दिया गया. कंपनी के एचआर विभाग ने उन्हें भेजे एक संदेश में कहा कि उनके पोस्ट कंपनी की कई नीतियों का उल्लंघन कर सकते हैं, जिसकी जांच की जा रही है. हालांकि, शहरूर का दावा है कि कंपनी ने यह साफ नहीं बताया है कि उन्होंने आखिर कौन सी पॉलिसी तोड़ी है.

Amazon के एक प्रवक्ता ने इस मामले पर कहा, "हम अपने वर्कप्लेस पर किसी भी तरह के भेदभाव, उत्पीड़न या धमकी भरे व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करते हैं, और जब भी ऐसी कोई रिपोर्ट आती है, तो हम उसकी जांच करते हैं और उचित कार्रवाई करते हैं.

यह घटना बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों में बोलने की आजादी और कर्मचारियों के राजनीतिक विचारों को लेकर एक नई बहस छेड़ रही है. इससे पहले Microsoft और Google में भी फिलिस्तीन समर्थक कर्मचारियों पर कार्रवाई की खबरें आ चुकी हैं

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