चुनाव हारने के बाद पवन सिंह ने अपनी राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान कर अपने राजनीतिक करियर पर दांव खेला

पवन सिंह नई पार्टी की घोषणा: भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह ने लोकसभा चुनाव 2024 में बिहार की करकट सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा। भोजपुरी स्टार की वजह से इस सीट पर सबकी निगाहें थीं. हालांकि इस चुनाव में पवन सिंह को हार का सामना करना पड़ा. लेकिन उन्हें एनडीए उम्मीदवार उपेन्द्र कुशवाहा से ज्यादा वोट मिले. दिलचस्प बात यह है कि पीएम मोदी और अमित शाह ने भी कुशवाहा को प्रमोट किया. वहीं चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे पवन सिंह अब पूरी तरह से राजनीति में उतरकर अपनी ताकत दिखाने की तैयारी में हैं. अब उन्होंने इसके लिए पूरा प्लान तैयार कर लिया है. 

चुनाव में हार के बाद पवन सिंह का बड़ा ऐलान!

लोकसभा चुनाव में लोगों के प्यार और समर्थन से पवन सिंह उत्साहित हैं और इसके साथ ही भोजपुरी स्टार ने अपने राजनीतिक करियर पर बड़ा दांव लगाया है. उन्होंने अपनी राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पवन सिंह की पार्टी का नाम ‘सर्व समाज पार्टी’ होगा और उनकी पार्टी साल 2025 में बिहार की सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव भी लड़ेगी. इतना ही नहीं पवन सिंह के करीबी लोगों के मुताबिक भोजपुरी स्टार अब पूरे बिहार में आशीर्वाद यात्रा पर निकलने की तैयारी में हैं. 

पवन सिंह ने जनता के लिए काम करते रहने का संकेत दिया

वहीं, लोकसभा चुनाव में हार के बाद भी पवन सिंह ने जनता को धन्यवाद दिया और यह भी संकेत दिया कि वह जनता के लिए काम करते रहेंगे. एक्स अकाउंट पर अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा, “हार अस्थायी होती है लेकिन साहस निरंतर रहना चाहिए. हम वो लोग हैं जो जीत पर गर्व नहीं करते और हार पर मातम नहीं मनाते.” मुझे खुशी और गर्व है कि करकट के लोगों ने मुझे अपने बेटे और भाई के रूप में स्वीकार किया और मुझे इतना प्यार, स्नेह और आशीर्वाद देने के लिए आप सभी को दिल से धन्यवाद देता हूं।

पवन सिंह ने काराकाट सीट से चुनाव लड़ा था

भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह ने बिहार की करकट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा. उनके विरोध में एनडीए प्रत्याशी उपेन्द्र कुशवाहा और सीपीआई (एमएल) इंडिया अलायंस के राजा काम थे. करकट सीट के इस त्रिकोणीय मुकाबले में राजाराम सिंह ने 3 लाख 18 हजार 730 वोट हासिल कर जीत हासिल की. पवन सिंह 2 लाख 26 हजार 474 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे. जबकि 2 लाख 17 हजार 109 वोटों के साथ उपेन्द्र कुशवाहा तीसरे स्थान पर रहे.