वैदिक ज्योतिष के अनुसार ग्रह समय-समय पर नक्षत्र और राशि बदलते रहते हैं, जिसका न केवल मानव जीवन पर बल्कि सम्पूर्ण विश्व पर व्यापक प्रभाव पड़ता है । इस वर्ष होली 14 मार्च को मनाई जाएगी और इसके ठीक दो दिन बाद 16 मार्च की शाम को राहु और केतु अपना नक्षत्र बदलेंगे। राहु पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करेगा, जबकि केतु उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में गोचर करेगा। इस परिवर्तन से कुछ राशियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है।
एआरआईएस
राहु और केतु की यह युति मेष राशि वालों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है। इस दौरान व्यापार में बाधाएं आ सकती हैं। इससे आर्थिक स्थिति प्रभावित हो सकती है। जीवनसाथी के साथ मतभेद बढ़ने की संभावना है। इसलिए रिश्तों में धैर्य रखें। क्रोध पर नियंत्रण रखना जरूरी होगा, अन्यथा काम बिगड़ सकते हैं। इसके अलावा, कोई पुरानी बीमारी फिर से उभर सकती है। इसलिए अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। अभी नया काम शुरू करने से बचना ही बेहतर होगा।
कन्या
राहु और केतु का राशि परिवर्तन कन्या राशि वालों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इस दौरान कार्यस्थल पर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिसके कारण कर्मचारियों को अवांछित स्थानों पर स्थानांतरण या पदोन्नति में देरी का सामना करना पड़ सकता है। मानसिक तनाव बढ़ सकता है, जिससे जीवन में अस्थिरता का अनुभव हो सकता है। आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है और अनावश्यक खर्च बढ़ सकते हैं। अभी कोई भी बड़ा वित्तीय निर्णय लेने से पहले सावधानी से सोचना महत्वपूर्ण होगा।
मीन राशि
राहु और केतु का यह नक्षत्र परिवर्तन मीन राशि वालों के लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है। अभी पैसा उधार देने से बचें, क्योंकि पैसा वापस पाना मुश्किल हो सकता है। निवेश से दूरी बनाए रखना भी उचित होगा क्योंकि वित्तीय हानि की संभावना है। आपको व्यवसाय में मंदी का सामना करना पड़ सकता है। इससे आय प्रभावित हो सकती है। कार्यस्थल पर वरिष्ठों या कनिष्ठों से मतभेद हो सकता है। इसके अलावा वाहन चलाते समय सावधानी बरतें, क्योंकि दुर्घटना होने की संभावना है।
उत्तरजीविता युक्तियाँ
हनुमानजी की पूजा करें और हर मंगलवार को सुंदरकांड का पाठ करें।
राहु-केतु के प्रभाव को कम करने के लिए महामृत्युंजय मंत्र या राहु-केतु मंत्र का जाप करें।
काले तिल और सरसों का तेल दान करें।
अचानक बड़े निवेश से बचें और वित्तीय निर्णय समझदारी से लें।
शांत एवं संयमित रहें। किसी भी प्रकार के विवाद से बचें।