कांग्रेस के बाद IT के रडार पर दो और राजनीतिक दल, 380 करोड़ का लेनदेन, नोटिस जारी करने की तैयारी

लोकसभा चुनाव 2024 :  लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी समस्या यह है कि आयकर विभाग ने उसके सभी बैंक खाते जब्त कर लिए हैं और कांग्रेस का आरोप है कि अब उसे प्रचार फंड की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है. पार्टी को आयकर रिटर्न दाखिल न करने पर रु. 3567 करोड़ का नोटिस जारी किया गया. इस बीच कांग्रेस के बाद दो और राजनीतिक दल आयकर (आईटी) विभाग के रडार पर हैं. आईटी विभाग जल्द ही उन्हें नोटिस जारी करने की भी तैयारी कर रहा है. इन दोनों पार्टियों के खिलाफ सहकारी बैंकों में जमा 380 करोड़ रुपये को लेकर जांच चल रही है.

किस राज्य के राजनीतिक दलों पर है आईटी की नजर…? 

रिपोर्ट के मुताबिक, यह मामला तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश की दो क्षेत्रीय पार्टियों से जुड़ा है। उन पर वित्तीय वर्ष 2020-21 और 2022 के दौरान सहकारी बैंकों में 380 करोड़ रुपये जमा करने और अपना टैक्स रिटर्न दाखिल करने का आरोप है। आयकर विभाग ने इन दोनों पार्टियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है और जल्द ही इस संबंध में नोटिस भी जारी किया जा सकता है।

कुछ अनियमितताएं पकड़े जाने का दावा किया गया है 

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “दोनों पक्षों द्वारा सहकारी बैंकों में जमा की गई राशि में कुछ अनियमितताएं पाई गई हैं। इसलिए इसकी जांच की जा रही है।” आईटी विभाग इन दोनों पार्टियों द्वारा पिछले वर्षों में किए गए लेनदेन की भी जांच कर रहा है। इन दोनों पार्टियों के नाम तो सामने नहीं आ सके लेकिन इतना जरूर पता चला है कि ये पार्टियां तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश से जुड़ी हुई हैं.