हमारे शरीर में प्यूरिन नामक पदार्थ के टूटने से यूरिक एसिड बनता है। यह आमतौर पर मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाता है। लेकिन, जब यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है तो यह क्रिस्टल में बदल जाता है और जोड़ों में जमा होने लगता है। इससे गठिया नामक दर्दनाक बीमारी हो सकती है। इसके कारण जोड़ों में दर्द और चलने-फिरने में दिक्कत महसूस होती है। ऐसे में यहां आप यूरिक एसिड बढ़ाने और उसे कंट्रोल करने के उपाय जान सकते हैं।
शरीर में यूरिक एसिड कब बढ़ना शुरू होता है?
यूरिक एसिड का स्तर कई कारणों से बढ़ सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आपके परिवार में किसी को गठिया है, तो आपको भी इसका खतरा है। इसके साथ ही रेड मीट, मछली, शेलफिश, शराब का सेवन, मोटापा, मूत्रवर्धक, हाई बीपी, थायराइड, किडनी रोग के कारण भी शरीर में यूरिक एसिड बढ़ता है।
कितना होना चाहिए यूरिक एसिड?
यूरिक एसिड आमतौर पर तब उच्च माना जाता है जब यह पुरुषों के लिए 7 मिलीग्राम (मिलीग्राम/डीएल) और महिलाओं के लिए 6 मिलीग्राम/डीएल से अधिक हो।
यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के उपाय:
प्यूरीन युक्त खाद्य पदार्थों से बचें।
यदि यूरिक एसिड अधिक है, तो फलियां, सूखे बीन्स और सूखे मटर, शकरकंद, फूलगोभी, पालक, मशरूम और हरी मटर, ऑर्गन फूड, रेड मीट जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें।
वजन नियंत्रित करें:
वजन नियंत्रण बनाए रखने से रक्त में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद मिल सकती है। इसके लिए नियमित व्यायाम और संतुलित आहार बहुत मददगार साबित होता है।
कॉफी का सेवन है फायदेमंद:
2015 के एक अध्ययन के अनुसार, जो लोग कॉफी पीते हैं उनमें यूरिक एसिड बढ़ने और गठिया होने की संभावना कम होती है।
विटामिन सी और फाइबर का सेवन करें:
विटामिन सी के सेवन से खून में यूरिक एसिड बढ़ने का खतरा कम हो जाता है। वहीं, आहारीय फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ और सब्जियां यूरिक एसिड को कम करने में मदद कर सकती हैं।