ब्लॉक और जाम नसों को खोलने के लिए अपनाएं स्वामी रामदेव के ये उपाय, दर्द से मिलेगी राहत
Health Tips: क्या आप जानते हैं कि अच्छे लचीलेपन का सीधा संबंध स्वास्थ्य से है। कम लचीलापन इस बात का संकेत है कि शरीर का कोई अंग कमज़ोर है। चाहे वह पैर हों, हाथ हों, पीठ हो, कमर हो या गर्दन। शरीर के किसी भी हिस्से में अकड़न का मतलब है कि उस हिस्से की मांसपेशियों या नसों को नुकसान पहुँच रहा है। और यह सब खराब जीवनशैली-गलत पोस्चर-व्यायाम की कमी के कारण होता है। कई बार बुढ़ापा या पुरानी जीवनशैली से जुड़ी बीमारियाँ भी ऐसी समस्याएँ लेकर आती हैं।
हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नसों से जुड़ी एक बीमारी, क्रॉनिक वेनस इनसफीशिएंसी यानी सीवीआई, होने का पता चला है। क्या आपने वैरिकोज वेन्स के बारे में सुना है, जिसमें पैरों की नसों के वाल्व क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। खून ऊपर की ओर नहीं बह पाता और जिसकी वजह से पैरों में नीली गांठें बनने लगती हैं। राष्ट्रपति ट्रंप को जो बीमारी है, वो वैरिकोज वेन्स का ही एक एडवांस लेवल है और ये उससे भी ज़्यादा खतरनाक है। क्योंकि इसमें वाल्व के साथ-साथ डीप टिशूज़ भी डैमेज होने लगते हैं। ऐसे में योग के ज़रिए शरीर का लचीलापन बढ़ाएँ और स्वामी रामदेव से जानें नसों और धमनियों को मज़बूत बनाने का तरीका।
नसें कमज़ोर क्यों होती हैं?
लगातार बैठे-बैठे काम करना,
व्यायाम की कमी,
पुरानी जीवनशैली से जुड़ी बीमारियाँ,
गलत खान-पान,
लगातार बैठे-खड़े रहने से होने वाली समस्याएँ,
रक्त संचार पर असर,
नसों के वाल्व को नुकसान।
राष्ट्रपति ट्रंप को
नसों की बीमारी 'क्रोनिक वेनस इनसफीशिएंसी' का पता चला,
दुनिया भर में 35% वयस्कों को है सीवीआई की समस्या,
भारत में हर 3 में से 1 वयस्क को है यह समस्या
नसों में गंभीर रक्त संचार संबंधी समस्याएं
सूजन
अकड़न रक्त के
थक्के
दिल का दौरा पड़ने का खतरा
ब्रेन स्ट्रोक का खतरा
वैरिकोज़ वेन्स, क्रोनिक शिरापरक अपर्याप्तता,
सूजी हुई नसें - गांठों का बनना, नसों से जुड़ी दीर्घकालिक समस्याएं
, उभरी हुई नसें, दर्द, सूजन, त्वचा में परिवर्तन, घाव - दर्द,
शिरा वाल्वों को नुकसान, ऊतकों को नुकसान
संवहनी रोग के कारण:
लगातार बैठे रहना, खड़े रहना,
बढ़ती
उम्र,
मोटापा,
शारीरिक व्यायाम की कमी,
पारिवारिक इतिहास
, हार्मोनल परिवर्तन।
वैरिकोज़ वेन्स का उपचार
कपिंग थेरेपी
जोंक थेरेपी
मिट्टी का लेप
रश्मि चिकित्सा
अपनी नसों का ख्याल रखें
, अपने वजन को नियंत्रित करें,
नमक का सेवन कम करें,
चीनी का सेवन कम करें
और तंग कपड़े न पहनें।
नस पर लगाएं ये चीज:
डार्क पेस्ट,
पीपल पेस्ट,
जायफल पेस्ट,
मुल्तानी मिट्टी,
एलोवेरा ,
हल्दी पेस्ट,
कपूर
, नीम
, गुग्गुल।
दूध,
लुम्बी ,
संतरा
, छाछ-लस्सी
मिक्स दाल, नसों के लिए फायदेमंद
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