मौसम बदलते ही सेहत से जुड़ी कई समस्याएं हमें परेशान करने लगती हैं, जिनमें से एक है पित्ती उछलना। यह त्वचा से जुड़ी एक एलर्जिक प्रतिक्रिया है, जिसे मेडिकल भाषा में हाइव्स (Hives) या अर्टिकैरिया (Urticaria) कहा जाता है। आम बोलचाल में इसे शीतपित्त, छपाकी या ददोरे के नाम से भी जाना जाता है।
इस समस्या में त्वचा पर खुजली, जलन, दर्द के साथ-साथ लाल रंग के चकत्ते उभर आते हैं। यह समस्या कुछ दिनों में ठीक हो सकती है, लेकिन कई बार यह लंबे समय तक बनी रह सकती है। अगर आप भी पित्ती की परेशानी से जूझ रहे हैं और इससे जल्दी राहत पाना चाहते हैं, तो यहां बताए गए आसान और असरदार देसी उपाय आपकी मदद कर सकते हैं।
पित्ती उछलने की समस्या क्या है और इसके कारण
पित्ती उछलना हिस्टामाइन नामक हार्मोन के अत्यधिक उत्पादन का परिणाम है। यह हार्मोन शरीर में एलर्जिक प्रतिक्रिया पैदा करता है, जिससे त्वचा पर लाल चकत्ते, सूजन, और खुजली होती है।
पित्ती के सामान्य कारण:
- एलर्जी (खाने-पीने की चीजों, धूल, दवाइयों या कीड़े के काटने से)
- अचानक तापमान में बदलाव
- तनाव
- संक्रमण या बीमारियां
- कुछ खास दवाइयों का साइड इफेक्ट
पित्ती से राहत दिलाने वाले प्रभावी देसी उपाय
1. अदरक का सेवन
अदरक में मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और चकत्तों व खुजली को राहत देता है।
कैसे करें इस्तेमाल:
- अदरक की चाय दिन में 2-3 बार पिएं।
- चाहें तो कच्चे अदरक का एक छोटा टुकड़ा चबाएं।
2. विच हेज़ल लोशन
विच हेज़ल लोशन त्वचा को ठंडक पहुंचाता है और खुजली व जलन में राहत देता है। इसमें मौजूद एस्ट्रिंजेंट गुण त्वचा को साफ करते हैं और सूजन को कम करते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल:
- प्रभावित त्वचा पर विच हेज़ल लोशन लगाएं।
- इसे दिन में 2-3 बार दोहराएं।
3. हल्दी का जादू
हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, और एंटी-हिस्टामाइन गुण होते हैं, जो हिस्टामाइन हार्मोन के प्रभाव को कम करते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल:
- एक गिलास गुनगुने पानी में 1 चम्मच हल्दी मिलाकर दिन में दो बार पिएं।
- हल्दी का पेस्ट बनाकर चकत्तों पर लगाएं। पहले पैच टेस्ट जरूर कर लें।
4. नारियल का तेल
नारियल तेल त्वचा को मॉइश्चराइज करता है और खुजली, जलन व सूजन को कम करने में मदद करता है।
कैसे करें इस्तेमाल:
- थोड़ी मात्रा में नारियल तेल लें और प्रभावित हिस्से पर लगाएं।
- इसे दिन में 2-3 बार लगाएं।
5. तनाव को करें अलविदा
तनाव पित्ती को बढ़ा सकता है क्योंकि यह कोर्टिसोल हार्मोन को सक्रिय करता है, जिससे त्वचा में सूजन बढ़ती है।
कैसे करें इस्तेमाल:
- रोज़ाना योग और ध्यान का अभ्यास करें।
- नियमित रूप से गहरी सांस लेने की तकनीकों का उपयोग करें।
पित्ती से बचाव के उपाय
- एलर्जन (जैसे धूल, पालतू जानवर, या खास खाने-पीने की चीजें) से बचें।
- अधिक गर्म या ठंडे वातावरण में अचानक जाने से बचें।
- तनावपूर्ण स्थितियों से खुद को दूर रखें।
- त्वचा को मॉइश्चराइज रखें और खुजली से बचने के लिए हल्के साबुन का इस्तेमाल करें।