रोजमर्रा की जिंदगी में तनाव और चिंता आम बात है, लेकिन कभी-कभी यह इतनी ज्यादा होती है कि मानसिक संतुलन बिगड़ने लगता है। कई बार जब कोई व्यक्ति तनाव में होता है तो उसे इतनी तकलीफ होती है कि उसका अपने शब्दों और कार्यों पर कोई नियंत्रण नहीं रह जाता है। इसे एंग्जाइटी अटैक के नाम से भी जाना जाता है।
लेकिन अच्छी खबर यह है कि कुछ आसान तरीकों से आप 5 मिनट से भी कम समय में अपनी चिंता से छुटकारा पा सकते हैं और अपनी समस्याओं का बेहतर तरीके से सामना करने के लिए खुद को तैयार कर सकते हैं। यहां 6 ऐसे तरीके दिए गए हैं जिन्हें आप आज़मा सकते हैं:
गहरी सांस लेने का अभ्यास करें:
घबराहट के दौरान हमारी सांसें उथली हो जाती हैं। गहरी साँस लेने का अभ्यास मन को शांत करता है और शरीर को आराम देता है। 4 से 6 सेकंड के लिए नाक से सांस लें, फिर 8 से 10 सेकंड के लिए मुंह से धीरे-धीरे सांस छोड़ें। इस प्रक्रिया को कुछ मिनट तक दोहराएँ।
5 बातों पर ध्यान दें:
अपने आस-पास की 5 चीजों को देखें और उन्हें अपने मन में नाम दें। उदाहरण के लिए, आप कल्पना कर सकते हैं कि मैं इस समय एक कुर्सी पर बैठा हूँ, मेरे सामने मेज पर एक लैपटॉप है, मेरे बगल में पानी का एक गिलास है, दीवार पर एक घड़ी टिक-टिक कर रही है और कारों के चलने की आवाज़ आ रही है। दूर एक सड़क. अपने परिवेश पर ध्यान देने से आपका दिमाग वर्तमान में वापस आ जाता है और चिंता कम हो जाती है।
तनावग्रस्त और मुक्त मांसपेशियाँ:
शरीर से तनाव दूर करने का एक आसान तरीका है मांसपेशियों को तनाव देना और फिर उन्हें मुक्त करना। अपने हाथों को मुट्ठी में बांध लें और कुछ सेकंड के लिए बल लगाएं, फिर उन्हें पूरी तरह से छोड़ दें। इस प्रक्रिया को अपने कंधों, गर्दन और पैरों पर भी दोहराएं।
मंत्रों का जाप करें:
अपने मन को सकारात्मकता की ओर मोड़ने के लिए आप अपने पसंदीदा मंत्र का जाप कर सकते हैं। ओम शांति जैसे मंत्रों को दोहराने से मन शांत होता है और चिंता कम होती है।
ठंडे पानी से धोएं चेहरा:
ठंडे पानी का स्पर्श मस्तिष्क को तुरंत सचेत कर देता है और तनाव कम कर देता है। अपने चेहरे पर पानी के छींटे मारें या अपने माथे पर कुछ देर के लिए ठंडे पानी की बोतल रखें।
पसंदीदा फ़ोटो या यादें देखें:
अपने मन को शांत करने के लिए कोई खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य या अपने पसंदीदा पल की तस्वीर देखें। इन तस्वीरों को देखने से सकारात्मक यादें ताज़ा हो जाती हैं, जिससे चिंता कम हो जाती है।