सरकार ने अब केदारनाथ मंदिर परिसर में रील बनाने वालों को सबक सिखाना शुरू कर दिया है. मंदिर परिसर में रील बनाने वाले 84 लोगों की पहचान कर उनके नाम का चालान फाड़ दिया गया है. इस मुद्रा के जरिए सरकारी खजाने में 30 हजार रुपये जमा हुए हैं. उत्तराखंड सरकार ने केदारनाथ मंदिर परिसर के आसपास 50 मीटर की परिधि में रील और फोटोग्राफी पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। मंदिर के 50 मीटर के दायरे में वीडियोग्राफी और रील बनाने पर 84 लोगों और तीर्थ क्षेत्र में उत्पात मचाने पर 59 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. पुलिस ने रील बनाने वाले और नशा करने वाले लोगों से चालान के जरिए करीब 30 हजार रुपये भी वसूले हैं. केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद अब तक चार लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं. मंदिर परिसर में रील बनाने, वीडियोग्राफी करने, फोटो खींचने पर रोक के बावजूद कई श्रद्धालु मंदिर के सामने रील बनाते पकड़े गये. पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई भी की है. पुलिस ने रील बनाने और नशे का कारोबार करने वाले कुल 143 लोगों के खिलाफ कार्रवाई के साथ धाम की सीमा बरकरार रखने की अपील की है.
मंदिर में 19 घंटे दर्शन
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए केदारनाथ धाम में 23 घंटे धार्मिक गतिविधियां चल रही हैं. जिसमें 15 घंटे धर्मदर्शन, चार घंटे श्रृंगारदर्शन और चार घंटे देर रात से सुबह तक भक्तों द्वारा ऑनलाइन बुक की गई पूजाएं की जाती हैं। केदारनाथ यात्रा के इतिहास में यह पहली बार है कि मंदिर सिर्फ एक घंटे के लिए बंद रहा है।