illegal Bangladeshi in Delhi: दिल्ली पुलिस ने हाल ही में अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने वाले बांग्लादेशी नागरिकों पर सख्त कार्रवाई की है। 29 दिसंबर 2024 को, दक्षिणी दिल्ली के फतेहपुर बेरी इलाके से पांच महिलाओं समेत सात बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया और उन्हें उनके देश वापस भेज दिया गया।
फतेहपुर बेरी से सात बांग्लादेशी गिरफ्तार
दक्षिणी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त अंकित चौहान ने बताया कि:
- पुलिस की एक टीम ने अरजनगढ़ मेट्रो स्टेशन के पास छापेमारी की।
- झुग्गी-झोपड़ियों, श्रमिकों के शिविरों, और अनधिकृत कॉलोनियों में अभियान चलाया गया।
- सात बांग्लादेशी नागरिक पकड़े गए, जिनमें दो पुरुष और पांच महिलाएं शामिल थीं।
- गिरफ्तार पुरुषों की पहचान:
- मोहम्मद उमर फारुक (33)।
- रियाज मियां (20)।
पूछताछ के खुलासे:
- पकड़े गए लोगों ने बताया कि वे अवैध रूप से सीमा पार करके भारत में आए थे।
- ये सभी हरियाणा के गुरुग्राम के राजीव नगर में रह रहे थे।
- मोबाइल फोन और दस्तावेजों की जांच से पुष्टि हुई कि ये बांग्लादेशी नागरिक हैं।
आगे की कार्रवाई:
- आवश्यक दस्तावेज तैयार कर सभी को विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) को सौंपा गया।
रंगपुरी से आठ बांग्लादेशी निर्वासित
दिल्ली के रंगपुरी इलाके में भी पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे आठ बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़कर निर्वासित किया।
पकड़े गए लोग:
- इन आठ लोगों में जहांगीर, उसकी पत्नी, और छह बच्चे शामिल थे।
- ये सभी बांग्लादेश के मदारीपुर जिले के केकरहाट गांव के रहने वाले हैं।
जहांगीर का कबूलनामा:
- उसने अवैध रास्तों से भारत में प्रवेश करने की बात स्वीकार की।
- जहांगीर ने अपने बांग्लादेशी पहचान पत्र नष्ट कर दिए और अपनी पहचान छिपाकर दिल्ली में रह रहा था।
400 परिवारों का सत्यापन अभियान
दिल्ली पुलिस ने अवैध प्रवासियों की पहचान के लिए व्यापक अभियान चलाया।
- वसंत कुंज दक्षिण पुलिस थाने की एक टीम ने 400 परिवारों का घर-घर सत्यापन किया।
- पश्चिम बंगाल में संदिग्ध व्यक्तियों के पते पर सत्यापन पत्र भेजे गए।
- दस्तावेजों की जांच के लिए एक विशेष टीम भेजी गई।
सत्यापन में खुलासा:
- जहांगीर और उसके परिवार की अवैध गतिविधियों का पता चला।
- पूछताछ के दौरान उन्होंने अपने बांग्लादेशी मूल को स्वीकार किया।
अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई के महत्व
अवैध प्रवासियों की बढ़ती संख्या राष्ट्रीय सुरक्षा और संसाधनों पर दबाव डालती है।
- इन मामलों में त्वरित कार्रवाई से अवैध प्रवास को रोकने में मदद मिलेगी।
- पुलिस की सत्यापन और छानबीन अभियान ने झुग्गी-झोपड़ियों और श्रमिक शिविरों में छुपे अवैध प्रवासियों को पकड़ने में सफलता पाई।