एसएफआई की गुंडागर्दी तथा आपराधिक प्रवृत्ति से शैक्षणिक संस्थान असुरक्षित: अभाविप

झांसी,12 मार्च (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की झांसी महानगर इकाई द्वारा केरल में एसएफआई से जुड़े अपराधियों द्वारा केरल के वायनाड में स्थित केरल वेटनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी के छात्र को बुरी तरह प्रताड़ित करने व मारपीट कर आत्महत्या को मजबूर करने के मामले में प्रदर्शन करते हुए घटना की शीघ्र जॉंच पूर्ण कर आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मॉंग की।

केरल के शैक्षणिक संस्थानों में सत्ताधारी पार्टी सीपीएम के संरक्षण में उसके छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) से जुड़े अपराधियों द्वारा लगातार हिंसा, भ्रष्टाचार, छेड़खानी की घटनाओं में कार्रवाई से पीछे हटने की विफलता पर एबीवीपी ने केरल सरकार की कड़ी निन्दा तथा भर्त्सना की है। साथ ही एसएफआई का पुतला फूंका।

गौरतलब है कि केरल वेटनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी के द्वितीय वर्ष के छात्र जेएस सिद्धार्थन का 18 फरवरी को वायनाड कैंपस हॉस्टल के बाथरूम में शव मिला था। जॉंच में सामने आया कि जेएस सिद्धार्थन के साथ एसएफआई से जुड़े अपराधियों ने केबल तार, बेल्ट से हमला कर बुरी तरह मारपीट की तथा उक्त छात्र को छात्रावास में नंगा कर परेड कराई। उक्त जघन्य घटना के बाद 18 फरवरी को जेएस सिद्धार्थन का शव हॉस्टल बाथरूम में लटकता हुआ मिला था। घटना के बाद से ही केरल में एबीवीपी की विभिन्न इकाइयों द्वारा न्याय की मॉंग तथा एसएफआई के गुंडों-अपराधियों की लगातार अपराध संलिप्तता को रोकने की मॉंग को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है।

कानपुर प्रांत की प्रांत मंत्री शिवा राजे बुंदेला ने कहा कि वामपंथी छात्र संगठन एसएफआई का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। केरल के शैक्षणिक परिसर सीपीएम संरक्षित अपराधियों की हिंसक गतिविधियों का अड्डा बन गए हैं। केरल में सिद्धार्थन के साथ एसएफआई से जुड़े अपराधियों द्वारा जघन्य रैगिंग के परिणामस्वरूप आत्महत्या मामले ने एसएफआई तथा वामपंथी छात्र संगठनों से शैक्षणिक संस्थानों को खतरे को पुनः उजागर कर दिया है। केरल के शैक्षणिक परिसरों में हो रहे आपराधिक कृत्यों में संलिप्तता से एसएफआई का हिंसक इतिहास पुनर्रेखांकित हो रहा है। आम विद्यार्थी इन वामपंथी गुंडों को कड़ा जवाब देंगे। विद्यार्थी परिषद, शैक्षणिक संस्थानों में ऐसे आपराधिक गतिविधियों का कड़ा विरोध करेगी।

प्रांत सह मंत्री चित्रांशु सिंह ने कहा कि, एबीवीपी देश भर के अलग-अलग शैक्षणिक परिसरों में केरल के छात्र जेएस सिद्धार्थन की आत्महत्या के विरुद्ध आवाज उठा कर न्याय की मॉंग कर रही है। यह घटना अत्यंत शर्मनाक तथा दुर्भाग्यपूर्ण है। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के गुंडे लगातार अपनी हिंसात्मक गतिविधियों से शैक्षणिक परिसरों के स्वच्छ और स्वस्थ माहौल को दूषित करने का काम कर रहे हैं। केरल सरकार के संरक्षण में एसएफआई शैक्षणिक परिसरों में लोकतंत्र को खत्म करके अराजकता एवं गुंडागर्दी के माहौल को बढ़ावा दे रही है। एबीवीपी मॉंग करती है कि सिद्धार्थन के परिजनों को शीघ्र न्याय मिले तथा एसएफआई के गुंडों पर लगाम लगाने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाए।

महानगर मंत्री सुयश शुक्ला ने कहा कि एसएफआई सिर्फ अपराधियों का संगठन है और जे.एस. सिद्धार्थन कि हत्या जैसे कई मामलों में इनका प्रमाणित हाथ रहता है। इसलिए सरकार को ऐसे संगठन पर बैन लगा देना चाहिए। सिद्धार्थ के आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए अन्यथा विद्यार्थी परिषद शांत नहीं बैठेगा और हत्यारों के खिलाफ एक बड़ा मोर्चा खोलेगा।

इस विरोध प्रदर्शन में प्रांत संगठन मंत्री अंशुल विद्यार्थी, विभाग संगठन मंत्री ज्ञानेन्द्र, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य क्रमशः मनेंद्र सिंह गौर, उर्मिला पटेल, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के हर्ष शर्मा, इकाई मंत्री निषेंद्र राजपूत, इकाई सह मंत्री फिरोज, इकाई उपाध्यक्ष श्याम जी, जिला संगठन मंत्री शुभम विद्यार्थी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रोहन खरे महानगर से मंत्री शिवम राठौर, महानगर आरकेएम सह संयोजक उन्नति, बीकेडी इकाई उपाध्यक्ष सुरभि पांडेय, नगर मंत्री नीलेंद्र सिंह, खुशी, यशस्वी, सह मंत्री दिव्यांश नरवरिया, निशांत कुशवाहा, कार्यालय मंत्री सकल्प, शुभम चौबे, मुकुल गुर्जर, आर्यन त्रिपाठी, तहसील संयोजक अर्जुन यादव, धनराज पाठक, स्वजल, अपूर्व, शिवांशु जोशी, प्रशांत साहू, नीतेश कुमार एकम, रिशु, मुकेश, जय, आयुष तिवारी, आर्यन सहित सैकड़ों अन्य विद्यार्थी उपस्थित रहे।