आप बनाम भाजपा: रमेश बिधूड़ी की टिप्पणी पर सियासी घमासान

Ramesh Bidhuri And Saurabh Bhard

दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर बयानबाजी के चलते माहौल गर्म हो गया है। आम आदमी पार्टी (आप) नेता सौरभ भारद्वाज ने भाजपा नेता रमेश बिधूड़ी द्वारा दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के सरनेम को लेकर की गई कथित टिप्पणी पर तीखा हमला बोला। भारद्वाज ने तीखे शब्दों में कहा, “जब चुनाव के नतीजे आएंगे, तब पता चलेगा कौन किसका बाप है।”

बिधूड़ी की विवादित टिप्पणी

रमेश बिधूड़ी, जो कालकाजी विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार हैं, ने रविवार को आतिशी के सरनेम को लेकर विवादित बयान दिया। बिधूड़ी ने कहा, “आतिशी, जो पहले मार्लेना थीं, अब सिंह हो गई हैं। उन्होंने अपना नाम और पिता दोनों बदल लिया।”
उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा, “केजरीवाल ने बच्चों की कसम खाकर कहा था कि वह भ्रष्ट कांग्रेस के साथ नहीं जाएंगे। लेकिन अब आतिशी ने अपना पिता और सरनेम दोनों बदल लिया। यही उनका चरित्र है।”

केजरीवाल और ‘आप’ का पलटवार

आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस बयान की कड़ी निंदा की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “भाजपा नेताओं ने बेशर्मी की सभी हदें पार कर दी हैं। भाजपा नेता दिल्ली की महिला मुख्यमंत्री को गाली दे रहे हैं। दिल्ली की जनता और महिलाएं इसका बदला जरूर लेंगी।”

प्रियंका गांधी पर बिधूड़ी की पुरानी टिप्पणी

यह पहली बार नहीं है जब रमेश बिधूड़ी अपने बयानों के कारण विवादों में घिरे हैं। हाल ही में उन्होंने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को लेकर एक विवादित टिप्पणी की थी। आप सांसद संजय सिंह ने उनका एक वीडियो साझा किया, जिसमें बिधूड़ी ने कहा, “अगर भाजपा दिल्ली में सत्ता में आती है, तो कालकाजी की सड़कें प्रियंका गांधी के गालों जैसी चिकनी हो जाएंगी।”

कांग्रेस और आप का विरोध

प्रियंका गांधी पर की गई टिप्पणी के बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस, दोनों ने बिधूड़ी पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता ने इसे महिलाओं का अपमान करार दिया। आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, “भाजपा नेता को अपनी अभद्र भाषा के लिए माफी मांगनी चाहिए।”

बिधूड़ी ने जताया खेद

विवाद बढ़ने के बाद रमेश बिधूड़ी ने अपनी टिप्पणी पर सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान का संदर्भ राजद सुप्रीमो लालू यादव की पुरानी टिप्पणियों से था। उन्होंने कहा, “मैंने यह बयान लालू यादव के संदर्भ में दिया था, जो कांग्रेस के शासनकाल में मंत्री थे। यदि मेरी टिप्पणी से किसी को ठेस पहुंची है, तो मैं खेद व्यक्त करता हूं और अपने शब्द वापस लेता हूं।”

राजनीति में बढ़ता टकराव

यह घटनाक्रम दिल्ली की चुनावी राजनीति को और गर्मा रहा है। भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का यह सिलसिला आने वाले चुनावों में और तेज हो सकता है। हालांकि, इस तरह के बयानों पर जनता का कैसा रुख रहेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।