बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान का नाम इंडस्ट्री के सबसे उम्दा कलाकारों में शुमार है। अपने करियर की शुरुआत से ही आमिर ने अपनी मेहनत और अभिनय क्षमता से दर्शकों का दिल जीता। हालांकि, यह सफर हमेशा आसान नहीं था। 1988 में उनकी पहली हिट फिल्म कयामत से कयामत तक के बाद, आमिर को लगातार आठ फ्लॉप फिल्मों का सामना करना पड़ा। लेकिन, 1990 में आई फिल्म दिल उनके करियर में टर्निंग प्वाइंट साबित हुई।
फिल्म ‘दिल’ और आमिर खान का करियर
साल 1990 में रिलीज़ हुई फिल्म दिल ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया, बल्कि आमिर खान के डूबते करियर को नई ऊंचाई दी। इस फिल्म को इंद्र कुमार ने डायरेक्ट किया था और यह उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में शामिल हुई।
हाल ही में, दिल के डायरेक्टर इंद्र कुमार ने सिद्धार्थ कन्नन के पॉडकास्ट में इस फिल्म की सफलता के बारे में बात की। उन्होंने कहा:
“अगर दिल फ्लॉप हो जाती, तो मेरा और आमिर खान का करियर शायद खत्म हो जाता।”
टैलेंट को मिला सही मौका
इंद्र कुमार ने आमिर खान के टैलेंट की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि आमिर को केवल सही मौके की तलाश थी। उन्होंने माना कि दिल ने आमिर खान के करियर को नई दिशा दी। इस फिल्म के बाद, आमिर ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक के बाद एक हिट फिल्मों की झड़ी लगा दी।
यह फिल्म न केवल आमिर खान के लिए, बल्कि इंद्र कुमार के लिए भी बेहद खास थी, क्योंकि बतौर डायरेक्टर दिल उनकी पहली फिल्म थी।
माधुरी दीक्षित को मिला पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड
फिल्म दिल में आमिर खान के साथ माधुरी दीक्षित लीड रोल में थीं। इस फिल्म के लिए माधुरी को पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। इससे पहले, माधुरी को तेजाब और प्रेम प्रतिज्ञा के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया गया था, लेकिन वह जीत नहीं पाई थीं।
फिल्म ‘दिल’ का जादू
दिल एक रोमांटिक फिल्म थी, जिसने दर्शकों के बीच खास जगह बनाई। फिल्म की कहानी, गाने और आमिर-माधुरी की केमिस्ट्री को खूब सराहा गया। इस फिल्म की सफलता के बाद आमिर खान ने बॉलीवुड में अपनी जगह और मजबूत कर ली।