Aaj Ka Panchang 07 April 2025: सोमवार का दिन क्यों है खास? जानिए आज के शुभ-अशुभ समय, मुहूर्त और त्योहार की पूरी जानकारी

हिंदू पंचांग के अनुसार शुभ काम करने का सही समय जानना बहुत जरूरी होता है। चाहे नया व्यवसाय शुरू करना हो, कोई शुभ आयोजन हो या यात्रा करनी हो—लोग पहले पंचांग जरूर देखते हैं। पंचांग के माध्यम से तिथि, वार, नक्षत्र, योग, करण, राहुकाल, शुभ मुहूर्त और दिशाशूल जैसी अहम जानकारियां मिलती हैं, जिससे दिन की बेहतर योजना बनाई जा सकती है।

आइए, जानते हैं आज का पंचांग यानी 07 अप्रैल 2025, सोमवार के दिन क्या कुछ खास है। क्या है आज के दिन का ज्योतिषीय महत्व और कौन से हैं वो शुभ मुहूर्त जिनमें आपके कार्य सफल हो सकते हैं।

7 अप्रैल 2025 का पंचांग

  • वार: सोमवार
  • विक्रम संवत: 2082
  • शक संवत: 1947
  • मास / पक्ष: चैत्र मास, शुक्ल पक्ष
  • तिथि: दशमी रात 8:00 बजे तक, इसके बाद एकादशी
  • चंद्र राशि: कर्क
  • चंद्र नक्षत्र: पुष्य सुबह 6:24 बजे तक, तत्पश्चात अश्लेषा
  • योग: धृति शाम 6:18 बजे तक, इसके बाद शूल योग
  • सूर्योदय: सुबह 6:07 बजे
  • सूर्यास्त: शाम 6:35 बजे
  • राहुकाल: सुबह 7:47 से 9:11 बजे तक
  • अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:45 से दोपहर 12:35 तक
  • दुष्टमुहूर्त: आज कोई नहीं
  • भद्राकाल: नहीं है
  • पंचक: नहीं है
  • त्योहार/उत्सव: धर्मराज दशमी, विश्व स्वास्थ्य दिवस

आज का दिशाशूल – पूर्व दिशा में यात्रा से बचें

सोमवार के दिन पूर्व दिशा में दिशाशूल होता है। इस दिशा की यात्रा को अशुभ माना जाता है। लेकिन यदि यात्रा जरूरी हो, तो दर्पण देखकर या चौघड़िया मुहूर्त में यात्रा शुरू करें। इससे नकारात्मक असर से बचा जा सकता है।

आज का चौघड़िया मुहूर्त – कब है दिनभर के शुभ समय

चौघड़िया मुहूर्त को विशेष रूप से यात्रा और शुभ कार्यों के लिए महत्वपूर्ण माना गया है। आइए, दिन और रात के चौघड़िया मुहूर्त जानें:

 दिन के चौघड़िया मुहूर्त:

  • अमृत: सुबह 6:07 – 7:40
  • शुभ: सुबह 9:14 – 10:47
  • चर: दोपहर 1:54 – 3:27
  • लाभ: दोपहर 3:27 – शाम 5:00
  • अमृत: शाम 5:00 – 6:35

 रात के चौघड़िया मुहूर्त:

  • चर: शाम 6:35 – रात 8:00
  • लाभ: रात 10:53 – 12:20
  • शुभ: रात 1:47 – 3:13
  • अमृत: रात 3:13 – सुबह 4:40
  • चर: सुबह 4:40 – 6:07

ध्यान दें: अमृत, शुभ और लाभ चौघड़िया को सबसे अच्छा माना जाता है। आप इन समयों का उपयोग किसी भी नए काम की शुरुआत, पूजा, यात्रा या व्यवसायिक निर्णय लेने के लिए कर सकते हैं।

आज के पर्व और त्योहार – धर्मराज दशमी और विश्व स्वास्थ्य दिवस

  • धर्मराज दशमी: इस दिन मृत्यु के देवता धर्मराज की पूजा की जाती है। मान्यता है कि धर्मराज दशमी को व्रत और पूजा करने से पापों से मुक्ति मिलती है।
  • विश्व स्वास्थ्य दिवस (World Health Day): यह दिन स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से हर साल 7 अप्रैल को मनाया जाता है। 2025 में इसकी थीम और आयोजन विशेष होंगे।

चंद्र नक्षत्र और चंद्र राशि का महत्व – जानिए आज का चंद्र प्रभाव

चंद्रमा की स्थिति व्यक्ति की मानसिक स्थिति और निर्णय क्षमता पर गहरा प्रभाव डालती है। आज यानी 7 अप्रैल 2025 को चंद्रमा कर्क राशि में है और सुबह 6:24 बजे तक पुष्य नक्षत्र, इसके बाद अश्लेषा नक्षत्र में प्रवेश करेगा।

कर्क राशि में चंद्रमा का असर:

कर्क एक जल तत्व की राशि है, जो भावनात्मकता, संवेदनशीलता और पारिवारिक जुड़ाव का प्रतीक मानी जाती है। चंद्रमा का इस राशि में होना आपके मन को थोड़ा भावुक बना सकता है, लेकिन साथ ही इससे आपके रिश्तों में मधुरता भी बढ़ेगी। यह समय पारिवारिक कार्यों, बच्चों के साथ समय बिताने और घर के नवीनीकरण जैसे कामों के लिए अच्छा है।

पुष्य और अश्लेषा नक्षत्र का प्रभाव:

  • पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों में सबसे शुभ माना जाता है। इस समय में शुरू किए गए कार्यों में स्थायित्व और सफलता की संभावना बढ़ती है। यह नक्षत्र व्यवसाय, खरीदारी, निवेश और पूजा-पाठ के लिए उत्तम है।

  • अश्लेषा नक्षत्र में मानसिक अस्थिरता और शंकाएं बढ़ सकती हैं। इस समय कुछ फैसलों में संशय रह सकता है, इसलिए जरूरी निर्णयों को थोड़ी देर के लिए टालना बेहतर हो सकता है।

इन ग्रहों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अपने दिन की योजना बनाएं ताकि मानसिक शांति और कार्यों में सफलता मिल सके।

आज का योग – धृति से शूल तक का परिवर्तन और उसका असर

7 अप्रैल 2025 को पंचांग में धृति योग शाम 6:18 बजे तक रहेगा और उसके बाद शूल योग आरंभ होगा। दोनों योगों का ज्योतिष में विशेष महत्व है।

धृति योग (शाम 6:18 बजे तक):

धृति योग का अर्थ है ‘स्थायित्व’ और ‘संकल्प की शक्ति’। यह योग व्यक्ति को मानसिक मजबूती, आत्म-नियंत्रण और कार्यों में निरंतरता देता है। इस योग में शुरू किए गए कार्य लंबे समय तक लाभ देते हैं। आप किसी योजना को लॉन्च करना चाहते हैं या कोई बड़ा निर्णय लेना हो, तो दिन के पहले हिस्से में करें।

शूल योग (शाम 6:18 बजे के बाद):

शूल योग को थोड़ा अशुभ माना जाता है। इसमें मानसिक बेचैनी, असंतुलन और अनावश्यक संघर्ष हो सकता है। इस समय कोई नया कार्य शुरू करने से बचें। आध्यात्मिक क्रियाएं जैसे ध्यान, जप, मंत्रोच्चारण करने से शूल योग का प्रभाव कम हो सकता है।

सुझाव: कोशिश करें कि दिन के पहले भाग में अपने प्रमुख कार्य पूरे कर लें ताकि शूल योग की नकारात्मकता का असर न पड़े।

अभिजीत मुहूर्त – दिन का सबसे शुभ समय

हिंदू धर्म में अभिजीत मुहूर्त को दिन का सबसे पवित्र और सफलता देने वाला समय माना गया है। आज यह मुहूर्त सुबह 11:45 बजे से दोपहर 12:35 बजे तक रहेगा।

इस समय में आप कोई भी कार्य शुरू करें—व्यवसाय, गृह प्रवेश, नया प्रोजेक्ट, यज्ञ, पूजा, निवेश—तो उसमें निश्चित रूप से सफलता मिलेगी। अभिजीत मुहूर्त किसी भी दिन हो सकता है, लेकिन सोमवार के दिन इसका होना और भी अधिक शुभ होता है क्योंकि सोमवार भगवान शिव को समर्पित दिन है।

यदि आपके पास सीमित समय है और आप केवल एक ही मुहूर्त में काम कर सकते हैं, तो अभिजीत मुहूर्त को चुनें।

आज का राहुकाल – कब बचना जरूरी है?

राहुकाल एक ऐसा समय होता है जब किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करना अशुभ माना जाता है। यह समय ग्रह राहु के प्रभाव में होता है, जो भ्रम, गलतफहमी और रुकावटों का प्रतीक है।

आज 7 अप्रैल 2025 को राहुकाल सुबह 7:47 बजे से 9:11 बजे तक रहेगा। इस समय में कोई भी नया कार्य, यात्रा, लेन-देन या पूजा-पाठ न करें।

राहुकाल में क्या न करें:

  • नई नौकरी या व्यवसाय की शुरुआत

  • निवेश या पैसों से जुड़ा कोई निर्णय

  • विवाह या सगाई जैसे कार्य

  • किसी धार्मिक अनुष्ठान की शुरुआत

यदि राहुकाल में काम करना जरूरी हो:

यदि आप किसी मजबूरीवश राहुकाल में कोई कार्य कर रहे हैं तो भगवान गणेश या शिव जी की पूजा कर, “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जप करें, और फिर कार्य शुरू करें।

शुभ कार्यों के लिए आज का सर्वोत्तम समय – दिनभर के प्रमुख मुहूर्त

आज के पंचांग में शुभ और लाभदायक कार्यों के लिए बहुत से अच्छे मुहूर्त हैं। नीचे दिए गए समय का उपयोग करके आप अपने कार्यों को सफलता के साथ पूर्ण कर सकते हैं:

प्रमुख शुभ चौघड़िया मुहूर्त:

समय मुहूर्त प्रकार कार्यों के लिए उपयुक्तता
सुबह 6:07 – 7:40 अमृत सभी शुभ कार्यों के लिए श्रेष्ठ
सुबह 9:14 – 10:47 शुभ नए प्रोजेक्ट, कार्यारंभ
दोपहर 3:27 – 5:00 लाभ निवेश, खरीदारी, व्यवसाय
शाम 5:00 – 6:35 अमृत पूजा-पाठ, सौंदर्य से जुड़ी क्रियाएं

इन मुहूर्तों के दौरान आप विवाह, सगाई, व्यापार, खरीदारी, जमीन-जायदाद के काम आदि कर सकते हैं। यह समय न सिर्फ सकारात्मक ऊर्जा देता है, बल्कि मानसिक संतुलन भी बनाए रखता है।