आधार कार्ड: सिर्फ़ पहचान पत्र नहीं, ज़रा सी ग़लती आपको पहुंचा सकती है जेल!

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आधार कार्ड... यह सिर्फ़ 12 अंकों का एक नंबर नहीं, बल्कि हमारी ज़िंदगी का एक ऐसा हिस्सा बन चुका है जिसके बिना शायद कोई काम ही मुमकिन नहीं. बैंक में खाता खुलवाना हो, सिम कार्ड लेना हो, या किसी सरकारी योजना का फ़ायदा उठाना हो, हर जगह आधार ही हमारा सबसे बड़ा पहचान पत्र है. इसे बनाने वाली संस्था UIDAI ने इसके इस्तेमाल को लेकर कुछ सख़्त नियम भी बनाए हैं.

हम अक्सर इन नियमों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन यह भूल हमारे लिए बहुत भारी पड़ सकती है. आधार से जुड़ी कुछ ग़लतियाँ ऐसी हैं, जो आपको न सिर्फ़ हज़ारों रुपये का जुर्माना भरने पर मजबूर कर सकती हैं, बल्कि जेल की हवा भी खिलवा सकती हैं.

इन 4 ग़लतियों को भूलकर भी न करें:

1. बनवाने के समय झूठी जानकारी देना:
यह सबसे पहली और बड़ी ग़लती है. अगर आप आधार कार्ड बनवाते समय जान-बूझकर अपना नाम, पता, जन्मतिथि या कोई और जानकारी ग़लत देते हैं, तो यह एक अपराध है. UIDAI की नज़र में यह धोखाधड़ी है. अगर आप पकड़े गए, तो आपको 3 साल तक की जेल या 10,000 रुपये का जुर्माना (या दोनों) हो सकता है. इसलिए, हमेशा सही दस्तावेज़ ही जमा करें.

2. किसी और के आधार कार्ड से छेड़छाड़ करना:
अगर आप किसी दूसरे व्यक्ति के आधार कार्ड में बिना उसकी इजाज़त के कोई बदलाव करने की कोशिश करते हैं, जैसे फ़ोटो बदलना या पता अपडेट करना, तो यह भी एक गंभीर अपराध है. इस काम में मदद करने वाला और करवाने वाला, दोनों ही दोषी माने जाएंगे. इसकी सज़ा भी 3 साल की जेल और 10,000 रुपये तक का जुर्माना है.

3. बिना इजाज़त किसी की जानकारी लीक करना:
कई बार कुछ एजेंसियां या लोग आधार बनवाने के नाम पर आपकी निजी जानकारी (जैसे उंगलियों के निशान या आंखों की पुतली का स्कैन) इकट्ठा कर लेते हैं. UIDAI की इजाज़त के बिना ऐसा करना ग़ैर-क़ानूनी है. अगर कोई आपकी जानकारी को लीक करता है या किसी और को बेचता है, तो यह एक बड़ा अपराध है. ऐसा करने वाली कंपनी पर 1 लाख रुपये तक का जुर्माना और उस व्यक्ति को 3 साल तक की जेल हो सकती है.

4. आधार का डेटा चुराने की कोशिश करना:
यह सबसे संगीन अपराध है. अगर कोई व्यक्ति आधार के डेटा सेंटर में हैकिंग करने, उसे चुराने या सिस्टम को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है, तो उसके ख़िलाफ़ सबसे सख़्त कार्रवाई होती है. इस अपराध के लिए 10 साल तक की जेल और 10 लाख रुपये तक का भारी-भरकम जुर्माना लगाया जा सकता है.

आधार कार्ड आपकी सुविधा और सुरक्षा के लिए बनाया गया है. इसका इस्तेमाल पूरी ईमानदारी और ज़िम्मेदारी के साथ करें. यह सिर्फ़ एक कार्ड नहीं, आपकी डिजिटल पहचान है, जिसे सुरक्षित रखना आपकी ही ज़िम्मेदारी है.

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