अहमदाबाद: अहमदाबाद में अपराधियों को पुलिस का कोई डर नहीं है और वे हत्या, चोरी, डकैती और जबरन वसूली जैसे अपराधों को अंजाम दे रहे हैं. दिवाली के जश्न के दौरान हत्या की एक ऐसी वारदात शाहीबाग पुलिस की किताब में दर्ज हुई है. जिसमें पुरानी रंजिश में 4-5 आईएसएमओ ने सिविल अस्पताल में एंबुलेंस में बैठे युवक को खींचकर बाहर निकाला.
शहर के मेमको इलाके के सहकार नगर में रहने वाली बिट्टी देवी द्वारा शाहीबाग थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक, उनके 24 वर्षीय बेटे आलोक का पुष्पेंद्र उर्फ छोटून तोमर, दीपू तोमर और बब्लू से विवाद हुआ था. उर्फ बच्चू तोमर, जो प्रेमनगर में रहते हैं।
इसके बावजूद ये चारों लोग चापड़ और तलवार लेकर उसके घर में घुस आये और मारपीट करने लगे. इसी समय गोपाल तोमर ने फरियादी बिट्टी देवी के सिर पर डंडे से वार कर उसे घायल कर दिया।
इसलिए आलोक ने 108 को फोन किया और बिट्टीदेवी को इलाज के लिए सिविल अस्पताल ले गया। जहां सिटी स्कैन कराने के बाद मां-बेटा सिविल स्थित ट्रॉमा सेंटर जा रहे थे। इसी समय फिर छोटू तोमर अपने साथियों के साथ हथियार लेकर दौड़ पड़ा। जिसने एम्बुलेंस में शिकायतकर्ता के साथ बैठे अपने बेटे आलोक को बाहर निकाला और दुर्घटनावश चाकू से वार कर दिया। इसी दौरान चिल्लाने पर आरोपी बाइक से भाग निकले।
जिसके बाद बिट्टीदेवी अपने घायल बेटे को तत्काल इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर ले गईं. जहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों ने उनके बेटे आलोक को मृत घोषित कर दिया। इस मामले में बिट्टी देवी की शिकायत के आधार पर शाहीबाग पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जांच चक्र शुरू कर दिया है.