मुरैना : चम्बल के बीहड़ में पेड़ से फांसी लगाकर युवक ने की आत्महत्या

मुरैना, 22 जून (हि.स.)। ग्रामीण युवक द्वारा चम्बल के बीहड़ में पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शुक्रवार देर रात तलाशी के दौरान शव मिलने पर पुलिस को सूचना दी गई। परिजनों ने पुलिस तथा गांव के एक युवक पर दबाव डालने का आरोप लगाया है। वहीं पुलिस का कहना है कि मर्ग जांच में मृतक हरवीर केवट के बयान होना था। इसके लिये दो दिवस पूर्व पुलिस द्वारा तामील कराई गई थी। शनिवार को सुबह पेड़ से युवक का शव उतारकर पोस्टमार्टम के लिये ले जाया गया। पुलिस आगामी कार्यवाही में जुटी हुई है।

जिले के चिन्नोनी थाना क्षेत्रान्तर्गत ग्राम चिन्नोनी चम्बल निवासी धर्मेन्द्र रावत चम्बल में नहा रहा था, उसी दौरान वह डूब गया। मौके पर गांव का हरवीर केवट भी उपस्थित था। यह घटना लगभग चार माह पुरानी है। चिन्नोनी थाना पुलिस ने धर्मेन्द्र रावत की मृत्यु पर मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। इसी में हरवीर केवट के बयान लिया जाना था, लेकिन वह थाने पर नहीं पहुंच रहा था। दो दिवस पूर्व थाना चिन्नोनी में पदस्थ पुलिस अधिकारी ने हरवीर के पिता गोपाल केवट को तामील कराई। इसके दूसरे दिवस यानि कि कल हरवीर सुबह घर से शोच के लिये निकला और देर शाम तक वापस नहीं आया तब परिजनों ने उसकी तलाश की। बीहड़ में एक पेड़ से लटका हुआ मिला, देर रात परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। आज सुबह मौके पर पहुंची पुलिस शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिये कैलारस लाई। यहां दोपहर में पोस्टमार्टम किये जाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। चिन्नेानी थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।

परिजनों का कहना है कि पुलिस को बयान देने के लिये कहा जा रहा था, लेकिन वह सहमत नहीं थे। हरवीर ङ्क्षसह मृत्यु पर पिता गोपाल केवट ने गांव के ही युवक पप्पू पर आरोप लगाया कि वह किसी अन्य ग्रामीण युवक को मृतक धर्मेन्द्र रावत के मामले में हरवीर पर बयान देने का दबाव बना रहा था। पप्पू द्वारा होली से ही लगातार यह दबाव बनाया था कि गांव के युवक के विरुद्ध बयान जारी करे। वहीं दो दिन पहले आये पुलिस अधिकारी ने घर आकर धमकी दी कि थाने पर आकर बयान नहीं दिये तब घर खुदवा दूंगा। मृतक के भाई पूरन सिंह केवट ने इसका समर्थन करते हुये कहा कि संभवत: पुलिस की धमकी से हरवीर डर गया। वह सुबह का निकला और रात तक वापस नहीं आया। इस मामले में मुरैना जिला पुलिस मुख्यालय के उप पुलिस अधीक्षक विजय भदौरिया ने बताया कि परिजनों का आरोप उचित नहीं है। मर्ग जांच में हरवीर के बयान होना था, इसके लिये वह थाने पर उपस्थित नहीं हो रहा था।

पुलिस ने उसके नाम की तामील उसके पिता को दी थी। हरवीर सिंह फांसी लगाई है, पुलिस इसकी गहराई से छानबीन करेगी। लेकिन यह तय है कि पुलिस ने हरवीर व उसके परिजनों पर किसी भी प्रकार का कोई दबाव नहीं दिया है।