छत्तीसगढ़ के कांकेर में मतदान से पहले मुठभेड़ में एक टॉप कमांडर समेत कुल 18 नक्सली मारे गए

छत्तीसगढ़ मुठभेड़ : लोकसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ के कांकेर में पुलिस और नक्सलियों के बीच बड़ी झड़प की खबर है। इस मुठभेड़ में पुलिस ने 18 नक्सलियों को मार गिराया है, जबकि तीन जवान भी घायल हो गए हैं. फिलहाल छोटे बेठिया थाना क्षेत्र में दोनों पक्षों के बीच आमने-सामने फायरिंग चल रही है. हालात बिगड़ते देख अतिरिक्त पुलिस बल भी मौके पर भेजा गया है.

18 शव बरामद, स्वचालित राइफलें जब्त

एसपी कल्याण एलिसेला ने बताया कि मुठभेड़ में टॉप कमांडर कमांडर शंकर राव भी मारा गया है. उस पर 25 लाख का इनाम था. अब तक कुल 18 शव बरामद किए जा चुके हैं. इसके अलावा बड़ी संख्या में स्वचालित राइफलें जब्त की गईं. ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, झड़प में तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. 

जंगल में नक्सलियों ने बीएसएफ टीम पर फायरिंग कर दी

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बीएसएफ और जिला रिजर्व गार्ड की एक टीम नक्सल विरोधी अभियान के तहत वन क्षेत्र में गयी थी. इसी दौरान छोटे बेठिया थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी.

राज्य के 14 जिले नक्सल प्रभावित हैं

गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में कुल 14 जिले नक्सल प्रभावित हैं, जिनमें बलरामपुर, बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, धमतरी, गरियाबंद, कांकेर, कोंडागांव, महासमुंद, नारायणपुर, राजनांदगांव, सुकमा, कबीरधाम और मुंगेली शामिल हैं। आंकड़ों के मुताबिक, पिछले कुछ समय से छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले बढ़ रहे हैं, जिसके चलते हर साल औसतन 350 से ज्यादा हमले होते हैं और 45 जवान मारे जाते हैं।

एक साल में 300 से ज्यादा नक्सली हमले

पिछले साल मार्च में हुए लोकसभा सत्र में गृह मंत्रालय ने बताया था कि 2022 में छत्तीसगढ़ में 305 नक्सली हमले होंगे. इससे पहले सरकार ने संसद में कहा था कि फरवरी-2023 तक (महज दो महीने में) छत्तीसगढ़ में नक्सली हमलों में सात जवान शहीद हुए हैं. आंकड़ों के मुताबिक, 2013 से 2022 तक 10 सालों में छत्तीसगढ़ में तीन हजार 447 नक्सली हमले हुए हैं, जिनमें कुल 418 जवान शहीद हुए हैं. जबकि सुरक्षा बलों ने 663 नक्सलियों को मार गिराया है.

बता दें कि देश में 19 अप्रैल से सात चरणों में मतदान शुरू होने वाला है, जिसमें दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के कांकेर में होना है.