जयपुर, 20 नवंबर (हि.स.)। गंगवाल होम्योपैथी रिसर्च हॉस्पिटल के संस्थापक डॉ. डी. एल. गंगवाल ने गंभीर सेलियक बीमारी से जूझ रहे एक मरीज को पूर्णतया ठीक करने में सफलता प्राप्त की है। पानीपत हरियाणा की रहने वाली एंजेल शर्मा का तीन साल तक होम्योपैथी पद्धति से इलाज किया गया।
डॉ. गंगवाल ने बताया कि मरीज का टीटीजी स्तर अब पूरी तरह स्थिर है, और अब वह गेहूं की रोटी खा रही है एवं स्वस्थ है। एंजेल के माता-पिता ने उनकी दवाइयों के बंद होने की खुशी में डॉ. गंगवाल को फूलों का गुलदस्ता देकर सम्मानित किया।
गंगवाल ने बताया कि एंजेल का टीटीजी स्तर 100 से अधिक था, जो अब सामान्य हो गया है। उनका कहना है कि समय रहते यदि सेलियक का इलाज होम्योपैथी पद्धति से शुरू कर दिया जाए, तो इससे पूर्णतया मुक्ति संभव है।
गौरतलब है कि गंगवाल पूरे भारत में 10 से अधिक सेंटर्स पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं और होम्योपैथी पद्धति से हजारों मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज कर चुके हैं। डॉ. गंगवाल देश के एकमात्र डॉक्टर हैं जो सेलियक डिजीज यानी गेहूं से एलर्जी का इलाज कर रहे हैं।