यूपी में बिछेगा 8 नए एक्सप्रेसवे का जाल, बदल जाएगी कई जिलों की तस्वीर
उत्तर प्रदेश की तरक्की को एक नई रफ्तार देने के लिए योगी सरकार ने सड़कों का जाल बिछाने का एक बड़ा मास्टर प्लान तैयार किया है। प्रदेश के हर कोने को एक-दूसरे से जोड़ने और आर्थिक विकास को गति देने के लिए 8 नए एक्सप्रेसवे बनाने पर जोर दिया जा रहा है। इन एक्सप्रेसवे का मकसद सिर्फ सफर को आसान बनाना नहीं, बल्कि छोटे शहरों को बड़े महानगरों से जोड़कर व्यापार और रोजगार के नए अवसर पैदा करना भी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इनमें से कुछ प्रोजेक्ट्स पर तो काम भी शुरू हो चुका है। आइए जानते हैं इन 8 नए एक्सप्रेसवे के बारे में, जो आने वाले समय में उत्तर प्रदेश की पहचान बदलने वाले हैं।
1. चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे
यह एक्सप्रेसवे धार्मिक नगरी चित्रकूट की कनेक्टिविटी को एक नए स्तर पर ले जाएगा। लगभग 120 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे चित्रकूट को सीधे बांदा और वाराणसी से जोड़ेगा। इससे चित्रकूट धाम आने-जाने वाले श्रद्धालुओं का सफर बेहद आसान और आरामदायक हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट को जुलाई 2025 में मंजूरी दी गई थी और सरकार का लक्ष्य इसे 2026 के अंत तक पूरा करने का है।
2. जालौन-बुंदेलखंड लिंक एक्सप्रेसवे
बुंदेलखंड की तरक्की को पंख लगाने के लिए इस एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। यह 115 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे जालौन जिले को सीधे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा। शुरुआत में इसे 4-लेन का बनाया जाएगा, जिसे भविष्य में 6-लेन तक बढ़ाया जा सकता है। इस प्रोजेक्ट के लिए लगभग 63 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा, जिससे इन इलाकों में जमीन की कीमतें बढ़ना तय है और साथ ही औद्योगिक विकास को भी गति मिलेगी।
3. विंध्य एक्सप्रेसवे (यूपी का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे)
यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे में से एक होगा, जिसकी कुल लंबाई करीब 320 किलोमीटर होगी। प्रयागराज से शुरू होकर यह एक्सप्रेसवे मिर्जापुर, वाराणसी और चंदौली होते हुए सोनभद्र तक जाएगा। इसके निर्माण के लिए लगभग 23,000 करोड़ रुपये का भारी-भरकम बजट रखा गया है। सरकार का लक्ष्य है कि अगले 2 से 3 सालों में इस एक्सप्रेसवे को बनाकर तैयार कर दिया जाए।
4. विंध्य-पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे
उत्तर प्रदेश के विंध्य और पूर्वांचल क्षेत्र को आपस में जोड़ने के लिए यह 100 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। यह एक्सप्रेसवे चंदौली के पास विंध्य एक्सप्रेसवे को गाजीपुर के पास पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से कनेक्ट करेगा। करीब 7000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह एक्सप्रेसवे पूर्वी यूपी के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
5. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाला लिंक
प्रदेश के दो सबसे बड़े एक्सप्रेसवे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे, को आपस में जोड़ने के लिए भी एक नए लिंक पर काम हो रहा है। यह लिंक एक्सप्रेसवे फर्रुखाबाद के रास्ते इन दोनों को कनेक्ट करेगा। 900 करोड़ के बजट वाले इस प्रोजेक्ट पर 2025 के अंत तक काम शुरू होने की उम्मीद है।
6. मेरठ-हरिद्वार लिंक एक्सप्रेसवे
धार्मिक नगरी हरिद्वार का सफर आसान बनाने के लिए सरकार मेरठ से आगे एक नया लिंक एक्सप्रेसवे बनाने जा रही है। गाजियाबाद से मेरठ तक एक्सप्रेसवे पहले ही बन चुका है, अब इसे बढ़ाकर हरिद्वार तक ले जाया जाएगा। यह लिंक मेरठ के पास प्रयागराज से आ रहे गंगा एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगा, जिससे कनेक्टिविटी और बेहतर हो जाएगी।
7. जेवर एयरपोर्ट लिंक एक्सप्रेसवे
यह एक्सप्रेसवे दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए बेहद खास होगा। जेवर लिंक एक्सप्रेसवे, यमुना एक्सप्रेसवे को सीधे जेवर एयरपोर्ट से जोड़ेगा, जिससे एयरपोर्ट तक पहुंचना बेहद आसान और जाम-मुक्त हो जाएगा। सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए बजट भी आवंटित कर दिया है।
8. चित्रकूट-रीवा लिंक एक्सप्रेसवे
यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश को सीधे पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश से जोड़ेगा। चित्रकूट से शुरू होकर यह मध्य प्रदेश के रीवा तक जाएगा और इसकी लंबाई करीब 70 किलोमीटर होगी। इस एक्सप्रेसवे के बनने से दोनों राज्यों के बीच व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उम्मीद है कि इस पर भी जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।
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