एक ऐसा रत्न जो रंक को रातों-रात राजा बना देता है, पहनने से पहले पढ़ें इसके फायदे और नुकसान

रत्न शास्त्र: ज्योतिष शास्त्र में नौ ग्रहों और उनसे जुड़े रत्नों को विशेष महत्व दिया जाता है। रत्न व्यक्ति की किस्मत बदलने का काम करते हैं। कुछ लोग शौक के तौर पर कोई भी रत्न धारण कर लेते हैं, लेकिन ऐसा करना गलत है। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से राशि के अनुसार ही रत्न धारण करना चाहिए। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो रत्न फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नीलम रत्न का संबंध शनि ग्रह से होता है। नीलम रत्न धारण करने से व्यक्ति रंक से राजा बन सकता है।

किन राशियों के लिए शुभ है नीलम रत्न?

मकर और कुंभ राशि के लोगों के लिए नीलम रत्न शुभ होता है। इन दोनों राशियों का स्वामी ग्रह शनि है। यदि कुंडली में शनि ग्रह कमजोर हो तो नीलम रत्न पहनने की सलाह दी जाती है। नीलम के साथ मूंगा, माणिक या मोती नहीं पहनना चाहिए।

नीलम रत्न के क्या फायदे हैं?

नीलम रत्न व्यक्ति को आर्थिक और मानसिक रूप से लाभ पहुंचाता है। करियर या व्यवसाय में सफलता प्राप्त होगी। जो लोग डिप्रेशन की समस्या से पीड़ित हैं उनके लिए नीलम रत्न फायदेमंद है। इस रत्न को धारण करने से सोचने की शक्ति का विकास होता है।

नीलम रत्न क्यों नहीं पहनना चाहिए?

यदि नीलम रत्न शुभ नहीं है तो इसे पहनने से आंखों की समस्या हो सकती है। व्यक्ति को सिरदर्द और बेचैनी होने लगेगी। दुर्घटना का खतरा हो सकता है. यदि नीलम आपकी राशि के लिए उपयुक्त नहीं है तो यह घर, व्यवसाय और जीवन में नुकसान पहुंचा सकता है।

रत्न विशेषज्ञों के अनुसार नीलम आपके लिए शुभ है या नहीं, इसका पता आप घर पर ही लगा सकते हैं। इसके लिए 5 कैरेट का नीलम रत्न नीले कपड़े में बांध लें। फिर इसे सोने से पहले अपने तकिये के नीचे रख लें। अगर आपको रात में अच्छे सपने आते हैं तो इसका मतलब है कि रत्न आपके लिए अच्छा है। अगर आपको बुरे सपने आ रहे हैं तो नीलम आपको नकारात्मक परिणाम देगा।