A futuristic Security Plan : EU की ड्रोन वॉल सिर्फ निगरानी नहीं, सीमाओं को ऐसे बनाएगी अजेय

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News India Live, Digital Desk: A futuristic Security Plan : यूरोपीय संघ (EU) ने अपनी पूर्वी सीमाओं को और भी ज़्यादा सुरक्षित बनाने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है, जिसके तहत वह 'ड्रोन वॉल' यानी एक तरह की ड्रोन दीवार का निर्माण करना चाहता है. यह कोई ईंट-पत्थर की दीवार नहीं होगी, बल्कि आधुनिक तकनीक और निगरानी प्रणालियों से लैस एक वर्चुअल और तकनीकी सुरक्षा घेरा होगा, जो ड्रोन के इस्तेमाल से सीमाओं पर पैनी नज़र रखेगा.

दरअसल, यूरोपीय संघ अपनी पूर्वी सीमाओं पर लगातार बढ़ती अवैध घुसपैठ, तस्करी और अन्य सुरक्षा चुनौतियों से जूझ रहा है. बेलारूस और रूस जैसे देशों से लगने वाली सीमाओं पर पिछले कुछ समय से अप्रवासियों और तस्करों की गतिविधियां बढ़ी हैं, जिससे सुरक्षा एजेंसियों पर दबाव पड़ा है. इन चुनौतियों से निपटने और अपनी बाहरी सीमाओं को मज़बूत बनाने के लिए ही EU इस खास योजना को मूर्त रूप देने की सोच रहा है.

इस 'ड्रोन वॉल' का मुख्य उद्देश्य वास्तविक समय में सीमा पर हो रही हर गतिविधि पर नज़र रखना है. इसमें अत्याधुनिक कैमरे, सेंसर और थर्मल इमेजिंग से लैस ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा, जो चौबीसों घंटे आसमान से सीमाओं की निगरानी करेंगे. इससे किसी भी संदिग्ध गतिविधि का तुरंत पता चल सकेगा और सीमा सुरक्षा बल तेज़ी से कार्रवाई कर पाएंगे. इस सिस्टम को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग जैसी तकनीकों से भी जोड़ा जाएगा, ताकि यह खुद ही खतरों को पहचान सके और ज़रूरी अलर्ट जारी कर सके.

यूरोपीय संघ का मानना है कि यह ड्रोन वॉल न सिर्फ सीमाओं की सुरक्षा बढ़ाएगी, बल्कि मानवीय पहलुओं को भी ध्यान में रखेगी. यह संकटग्रस्त लोगों की पहचान करने और उन्हें सहायता प्रदान करने में भी मददगार हो सकती है, वहीं अवैध प्रवेश करने वाले अपराधियों पर भी सख्त निगरानी रख सकेगी. यह योजना उन सभी देशों को कवर करेगी जिनकी सीमाएँ EU से लगती हैं और जहाँ से अक्सर घुसपैठ की कोशिशें होती हैं. इस महत्वाकांक्षी परियोजना में यूरोपीय संघ के सदस्य देशों के बीच गहरा सहयोग और निवेश की आवश्यकता होगी, लेकिन सुरक्षा विशेषज्ञ इसे भविष्य की सुरक्षा ज़रूरतों के हिसाब से एक ज़रूरी कदम बता रहे हैं.

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