क्या यूक्रेन दो भागों में विभाजित हो जाएगा? ट्रम्प के दूत का चौंकाने वाला संकेत; अब ज़ेलेंस्की क्या करेंगे?

कीव : तीन साल से अधिक समय से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध के रुकने का कोई संकेत नहीं दिख रहा है। फिलहाल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इस संघर्ष को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। यूरोपीय संघ और नाटो देश भी इसके लिए प्रयास कर रहे हैं। ट्रम्प ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से कई बार बात की है। दोनों देश 30 दिन के युद्धविराम पर भी सहमत हुए। हालाँकि, रूस ने यूक्रेन पर हमला कर उसे चौंका दिया।

इस बीच एक और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। कीव में ट्रम्प के प्रतिनिधि ने भविष्यवाणी की है कि यदि रूस युद्ध विराम को स्वीकार करने में देरी करता है तो यूक्रेन भी बर्लिन की तरह दो भागों में विभाजित हो सकता है। इससे यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के लिए बहुत भ्रम और चिंता बढ़ गई है।

 

यूक्रेन का विभाजन इस तरह होगा

कीव में ट्रम्प के दूत जनरल कीथ केलॉग ने कहा है कि यूक्रेन को स्वतंत्र नियंत्रण वाले क्षेत्रों में विभाजित किये जाने की संभावना है। उनके अनुसार, यूक्रेन के पश्चिमी भाग में ब्रिटिश और फ्रांसीसी सैन्य आश्वासन बल तैनात किया जाएगा। इससे रूस को पूर्वी क्षेत्रों में अपनी सैन्य उपस्थिति बनाए रखने में मदद मिलेगी। दोनों देशों के पास एक तरफ अलग-अलग सेनाएं और निहत्थे क्षेत्र हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि संयुक्त राज्य अमेरिका किसी भी देश के पक्ष में कोई सैनिक नहीं भेजेगा।

कीथ केलॉग ने इस स्थिति की तुलना द्वितीय विश्व युद्ध के बाद बर्लिन की स्थिति से की है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, इस पर रूस, फ्रांस और ब्रिटेन का नियंत्रण था। इस बीच, लीग के इस बयान पर यूक्रेन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

अमेरिका की रूस को चेतावनी

उधर, अमेरिकी प्रतिनिधि स्टीव विटकॉफ और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच वार्ता से पहले ट्रंप ने पुतिन को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, “रूस को युद्ध समाप्त करने के लिए अब कदम उठाने चाहिए, युद्ध में हर सप्ताह हजारों लोग मारे जा रहे हैं। यह एक भयानक और अनावश्यक युद्ध है। अगर मैं राष्ट्रपति होता, तो यह युद्ध शुरू ही नहीं होता।”

अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध विराम होगा या नहीं। युद्ध के कारण यूक्रेन दो भागों में विभाजित हो जायेगा। फिलहाल सबका ध्यान इसी पर केंद्रित है। रूस-यूक्रेन युद्ध से व्यापक क्षति हुई है।