भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस तारकश ने पश्चिमी हिंद महासागर में एक बड़ा अभियान चलाकर 2500 किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थ जब्त किया है। यह कार्रवाई समुद्री अपराधों को रोकने और क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए की गई है। गश्त के दौरान, आईएनएस तरक्षे को भारतीय नौसेना के पी8आई विमान से क्षेत्र में संचालित संदिग्ध जहाजों के संबंध में कई खुफिया सूचनाएं प्राप्त हुईं।
आईएनएस तारकश ने जहाजों को रोकने के लिए अपना रास्ता बदला
ये जहाज़ नशीली दवाओं की तस्करी सहित अवैध गतिविधियों में संलिप्त थे। चेतावनी का जवाब देते हुए आईएनएस तारकश ने जहाजों को रोकने के लिए अपना रास्ता बदल दिया। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सभी संदिग्ध जहाजों से उचित पूछताछ के बाद, आईएनएस तारकश ने पी8आई और मुंबई स्थित समुद्री परिचालन केंद्र के साथ समन्वित प्रयासों के कारण जहाज को रोक लिया। इसके अतिरिक्त, जहाज ने संदिग्ध जहाज की गतिविधियों पर नजर रखने तथा क्षेत्र में संचालित अन्य ऐसे जहाजों की पहचान करने के लिए अपना अभिन्न हेलीकॉप्टर रवाना किया।
मरीन कमांडो के साथ एक विशेषज्ञ बोर्डिंग टीम संदिग्ध जहाज की तलाशी लेने गयी। इस छापेमारी के दौरान उन्हें कई सीलबंद पैकेट मिले। तलाशी और पूछताछ के दौरान जहाज के विभिन्न कार्गो होल्डों और डिब्बों में 2,500 किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थ (जिसमें 2,386 किलोग्राम हशीश और 121 किलोग्राम हेरोइन शामिल थे) पाए गए।
कितनी मात्रा में ड्रग्स जब्त की गई?
आईएनएस तरकश को जनवरी 2025 से समुद्री सुरक्षा मिशन के तहत पश्चिमी हिंद महासागर में तैनात किया गया है। 31 मार्च 2025 को गश्त के दौरान नौसेना के पी8आई गश्ती विमान ने समुद्र में कुछ संदिग्ध जहाजों की सूचना दी। ऐसा माना जा रहा है कि यह नाव मादक पदार्थों की तस्करी में संलिप्त थी। आईएनएस तारकश ने तत्काल कार्रवाई की और उन जहाजों की ओर बढ़ना शुरू कर दिया। कई संदिग्ध नौकाओं से पूछताछ के बाद नौसेना ने एक नाव को रोका और उसकी जांच की। इस दौरान हेलीकॉप्टर से भी निगरानी की गई।