
शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 21 पैसे कमजोर होकर 85.47 प्रति डॉलर के मुकाबले 85.68 प्रति डॉलर पर खुला, हालांकि, इसके बाद रुपया 85.47 प्रति डॉलर के स्तर के आसपास कारोबार कर रहा है।
अगर डॉलर इंडेक्स पर नजर डालें तो डॉलर इंडेक्स 104-105 के बीच स्थिर रहेगा। मार्च में डॉलर में 3.14% की गिरावट आई। वेल्स फार्गो ने कहा कि डॉलर में गिरावट अस्थायी है। ट्रम्प द्वारा टैरिफ लगाए जाने से तेजी आएगी। 1.5-11% की वृद्धि संभव है। टैरिफ दर बढ़ने से डॉलर में तेजी आने की संभावना है। गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि अमेरिका में मंदी आने की संभावना 35% है।
सोने पर ऊपर से दबाव दर्ज किया गया, हालांकि रिकॉर्ड स्तर के पास कारोबार हो रहा है, जहां कॉमेक्स पर कीमतें 3120 डॉलर से ऊपर रहीं, स्थानीय बाजार 91,000 के स्तर के पास कारोबार कर रहा है। सोने को कमजोर अमेरिकी उपभोक्ता सर्वेक्षण आंकड़ों से समर्थन मिल रहा है।
कीमतें उच्च स्तर से गिर गई हैं, लेकिन अभी भी रिकॉर्ड स्तर के आसपास कारोबार कर रही हैं। COMEX पर कीमत 3100 डॉलर से ऊपर स्थिर है। कमजोर अमेरिकी उपभोक्ता सर्वेक्षण आंकड़ों से भी समर्थन मिल रहा है।
चांदी भी ऊपरी स्तरों से लुढ़क गई है, स्थानीय बाजार में कीमतें 1 लाख के नीचे आ गई हैं, लेकिन वैश्विक बाजार में 33 डॉलर से ऊपर के स्तर देखने को मिल रहे हैं।
शुरुआती कारोबार में घरेलू बाजार में धातुओं से मिले-जुले संकेत देखने को मिले, जहां सीसे में मामूली कमजोरी दिखी, लेकिन तांबा और एल्युमीनियम में तेजी का रुख रहा। यहां भी बाजार की नजर टैरिफ पर ट्रम्प के बयान पर है।
कच्चा तेल 5 हफ्ते के ऊपरी स्तर से बिक गया, हालांकि कीमतें 74 डॉलर के स्तर से ऊपर स्थिर रहीं, अमेरिका में क्रूड का भंडार 6 मिलियन बीबीएल बढ़ने से कीमतों पर असर पड़ा, बाजार की नजर अब ओपेक+ की बैठक पर है, जहां उत्पादन बढ़ाने पर जोर हो सकता है, यहां अधिक उत्पादन के मुकाबले कम मांग की चिंताओं से कीमतों में सुस्ती दिख रही है।
कच्चे तेल के व्यापार पर नजर डालें तो कीमतें 5 सप्ताह के उच्चतम स्तर से गिर चुकी हैं। पारस्परिक टैरिफ की घोषणा से पहले कीमतें उच्च स्तर से गिर गई हैं। बाजार की नजर ओपेक+ बैठक पर है। ओपेक+ तेल उत्पादन बढ़ाने का निर्णय ले सकता है। अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में 6 मिलियन बैरल की वृद्धि हुई।
रूसी तेल पर प्रतिबंध
अमेरिकी सांसदों ने रूस पर नये प्रतिबंधों का प्रस्ताव रखा। 50 रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक सीनेटरों ने यह प्रस्ताव पेश किया। यदि युद्धविराम वार्ता नहीं हुई तो प्रतिबंध लगा दिए जाएंगे। रूस से कच्चा तेल और यूरेनियम खरीदने वाले देशों पर 500% टैरिफ लगाया गया है। अमेरिकी नागरिकों पर रूसी सरकार के बांड खरीदने पर प्रतिबंध है। भारत, चीन और यूरोप रूसी तेल और गैस के मुख्य खरीदार हैं।
शुरुआती कारोबार में घरेलू बाजार में प्राकृतिक गैस आधे फीसदी से अधिक की बिकवाली के साथ 338 के स्तर के आसपास कारोबार कर रही थी।
कृषि जिंसों में मसाला पैक्स में तेजी देखी गई, जहां हल्दी में आज लगभग 6 प्रतिशत की तेजी आई, लेकिन ग्वार पैक्स में बिकवाली रही, हालांकि अरंडी तेल में आधे प्रतिशत से अधिक की खरीदारी देखी गई।