उत्तराखंड अपनी प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व के कारण घूमने के लिए एक बेहतरीन स्थान माना जाता है। इसे “देवभूमि” भी कहा जाता है, क्योंकि यहां कई प्रसिद्ध देवी मंदिर स्थित हैं, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। खासकर नवरात्रि के दौरान, इन मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। अगर आप भी इस पावन अवसर पर उत्तराखंड के प्रसिद्ध देवी मंदिरों के दर्शन करना चाहते हैं, तो ये 5 मंदिर आपकी यात्रा का हिस्सा जरूर होने चाहिए।
1) नैना देवी मंदिर, नैनीताल
नैनीताल झील के किनारे स्थित नैना देवी मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यहां माता सती की आंखें (नयन) गिरी थीं, इसलिए इस स्थान का नाम नैना देवी पड़ा। कहा जाता है कि माता के आशीर्वाद से आंखों से जुड़ी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
2) सुरकंडा देवी मंदिर, धनौल्टी
धनौल्टी के पास स्थित सुरकंडा देवी मंदिर समुद्र तल से लगभग 2,757 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां पहुंचने के लिए कद्दूखाल से 2 किमी का ट्रेक करना होता है। यह मंदिर ऊंचे पर्वतों और खूबसूरत दृश्यों के बीच स्थित है, जहां से हिमालय की शानदार झलक मिलती है।
3) चंद्रबदनी देवी मंदिर, टिहरी
टिहरी जिले में स्थित चंद्रबदनी देवी मंदिर शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। मान्यता है कि माता सती का धड़ इस स्थान पर गिरा था, जिससे यह स्थान शक्तिशाली और पवित्र बन गया। यह मंदिर रुद्रप्रयाग से 22 किमी दूर और कांडीखाल से लगभग 10 किमी की दूरी पर स्थित है।
4) नंदा देवी मंदिर, अल्मोड़ा
अल्मोड़ा जिले में स्थित नंदा देवी मंदिर कुमाऊं क्षेत्र की सबसे प्रमुख देवी मंदिरों में से एक है। यहां माता नंदा देवी को कुमाऊं क्षेत्र की पुत्री के रूप में पूजा जाता है। इसे उत्तराखंड के कई इलाकों के संरक्षक देवी के रूप में भी माना जाता है।
5) मनसा देवी मंदिर, हरिद्वार
हरिद्वार में स्थित मनसा देवी मंदिर शक्ति उपासना का एक प्रमुख केंद्र है। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालु रोपवे या पैदल मार्ग का इस्तेमाल कर सकते हैं। मंदिर से हरिद्वार का शानदार नजारा देखने को मिलता है, जो भक्तों को आध्यात्मिक और प्राकृतिक शांति प्रदान करता है।