चैंपियंस ट्रॉफी 2025: पाकिस्तान के लिए टूर्नामेंट जल्दी खत्म, फाइनल भी देश से बाहर

Icc champions trophy 2025 pakist

 

पाकिस्तान क्रिकेट टीम और देश दोनों के लिए चैंपियंस ट्रॉफी 2025 एक निराशाजनक सफर साबित हुआ। यह टूर्नामेंट 19 दिनों का था, लेकिन पाकिस्तान की टीम सिर्फ छह दिन में ही बाहर हो गई, जबकि देश के लिए टूर्नामेंट 15 दिनों में खत्म हो गया।

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी पाकिस्तान को 29 साल बाद मिली थी, लेकिन न तो टीम और न ही बोर्ड इस मौके का फायदा उठा पाया। सबसे दिलचस्प बात यह रही कि मेजबानी पाकिस्तान के पास थी, लेकिन फाइनल पाकिस्तान में नहीं हो रहा।

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कैसे पाकिस्तान के लिए टूर्नामेंट जल्दी खत्म हो गया?

टूर्नामेंट की शुरुआत: 19 फरवरी 2025
पाकिस्तान का सफर खत्म: 24 फरवरी 2025
पाकिस्तान में आखिरी मैच: 5 मार्च 2025
टूर्नामेंट का फाइनल (दुबई में): 9 मार्च 2025

न्यूजीलैंड ने 24 फरवरी को बांग्लादेश को हराकर पाकिस्तान को सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर कर दिया। पाकिस्तान का आखिरी लीग मैच बारिश में धुल गया, जिससे कोई असर नहीं पड़ा।

अब जब फाइनल में टीम इंडिया पहुंच चुकी है, तो यह मुकाबला पाकिस्तान में नहीं होगा। फाइनल 9 मार्च को दुबई में खेला जाएगा।

पाकिस्तान की बड़ी नाकामी: मेजबान लेकिन फाइनल की मेजबानी से भी हाथ धो बैठा

पाकिस्तान को 1996 के बाद पहली बार किसी बड़े आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी का मौका मिला था, लेकिन बोर्ड और टीम दोनों ही इसे भुनाने में नाकाम रहे।

पहला सेमीफाइनल – दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में हुआ।
दूसरा सेमीफाइनल – पाकिस्तान के लाहौर में गद्दाफी स्टेडियम में खेला गया।
फाइनल – पाकिस्तान में नहीं, बल्कि दुबई में खेला जाएगा।

यानी पाकिस्तान के लिए टूर्नामेंट फाइनल से चार दिन पहले ही खत्म हो चुका है।

क्या पाकिस्तान को यह मौका फिर मिलेगा?

पाकिस्तान को आधिकारिक तौर पर टूर्नामेंट की मेजबानी का दर्जा मिला हुआ है, लेकिन टीम का प्रदर्शन खराब रहा।
आखिरी लीग मैच बारिश में धुलने से पाकिस्तान की सेमीफाइनल की उम्मीदें पहले ही खत्म हो गई थीं।
भविष्य में पाकिस्तान को किसी बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी का मौका मिलना मुश्किल हो सकता है, क्योंकि सुरक्षा और आयोजन को लेकर आईसीसी पहले ही सख्त है।

पाकिस्तान को अपने क्रिकेट बोर्ड और टीम के प्रदर्शन में सुधार करना होगा, वरना अगली बार इतनी बड़ी मेजबानी का मौका मिलना मुश्किल हो सकता है।