डायरेक्टर सनोज मिश्रा इन दिनों एक नई कंट्रोवर्सी में घिर गए हैं। महाकुंभ में वायरल हुई 16 साल की मोनालिसा को अपनी फिल्म में कास्ट करने के बाद से ही वह सुर्खियों में हैं। लेकिन अब उनके पूर्व साथी और फिल्म प्रोड्यूसर वसीम रिजवी ने उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें दावा किया गया है कि सनोज ने मोनालिसा को अपने जाल में फंसा लिया है।
आखिर कौन हैं सनोज मिश्रा, क्यों उनकी हर फिल्म विवादों से घिरी रहती है और वह अगस्त 2024 में 8 दिनों तक कहां गायब रहे? आइए जानते हैं इस पूरे मामले को विस्तार से।
भोजपुरी फिल्मों से करियर की शुरुआत, लेकिन विवादों से जुड़ा नाम
सनोज मिश्रा ने अपने करियर की शुरुआत भोजपुरी फिल्मों के निर्देशन से की थी। उनकी फिल्मों में रवि किशन और पवन सिंह जैसे बड़े कलाकार नजर आ चुके हैं। लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने विवादास्पद मुद्दों पर फिल्में बनाना शुरू कर दिया, जिससे उनका नाम लगातार विवादों में घिरता चला गया।
फिल्मों के जरिए सुर्खियां बटोरने की रणनीति?
फिल्म इंडस्ट्री में यह बात कही जाती है कि अगर कंटेंट दमदार न हो, तो या तो विवाद खड़ा कर दो या फिर विवादित विषयों पर फिल्म बना लो। सनोज मिश्रा का नाम भी इसी रणनीति से जोड़ा जाता रहा है।
उनकी फिल्मों में विवादित कंटेंट की भरमार
सनोज मिश्रा की फिल्मों में अक्सर अश्लील और उत्तेजक कंटेंट देखने को मिलता है।
उनकी कुछ विवादित फिल्में:
‘लफंगे नवाब’ – जिसमें युवाओं को गलत काम करते हुए दिखाया गया।
‘शशांक’ – सुशांत सिंह राजपूत के निधन पर आधारित फिल्म, जिसे भुनाने की कोशिश कही गई।
‘गांधीगिरी’ – विवादास्पद सामाजिक मुद्दों पर आधारित।
‘काशी टू कश्मीर’ – जो सात साल से अटकी हुई है।
‘राम की जन्मभूमि’ – बाबरी मस्जिद विवाद पर बनी फिल्म, जिसे लेकर भी बवाल हुआ।
‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ – जिसने बंगाल को बदनाम करने के आरोपों के चलते विवाद खड़ा किया।
‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ और सनोज की गुमशुदगी का मामला
‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ की शूटिंग के दौरान बंगाल को बदनाम करने के आरोप लगे।
इसके बाद कई मुस्लिम संगठनों ने उनके खिलाफ फतवे जारी कर दिए।
कोलकाता पुलिस ने भी सनोज को नोटिस भेजा।
सनोज ने आरोप लगाया कि कोलकाता पुलिस उन्हें मारना चाहती है।
इन धमकियों के चलते अगस्त 2024 में वह अचानक 8 दिनों के लिए गायब हो गए। रिपोर्ट्स के अनुसार, वह डरकर वाराणसी भाग गए थे।
वसीम रिजवी और सनोज मिश्रा का झगड़ा क्यों?
वसीम रिजवी (अब जीतेंद्र नारायण सिंह त्यागी) और सनोज मिश्रा कभी साथ काम किया करते थे।
- वसीम ने सनोज की दो फिल्मों ‘राम की जन्मभूमि’ और ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ को प्रोड्यूस किया था।
- लेकिन अब वसीम का दावा है कि सनोज झूठे विवादों के जरिए सुर्खियां बटोरते हैं।
- उन्होंने यह भी कहा कि मोनालिसा के परिवार ने उसे गलत हाथों में सौंप दिया है और सनोज ने मोनालिसा का इस्तेमाल सिर्फ अपनी प्रसिद्धि बढ़ाने के लिए किया है।
- वसीम ने सनोज को शराबी बताते हुए उनके चरित्र पर भी सवाल उठाए।
क्या मोनालिसा का इस्तेमाल कर रहे हैं सनोज?
वायरल गर्ल मोनालिसा, जो प्रयागराज के महाकुंभ में चूड़ियां और माला बेचते हुए चर्चा में आई थीं, अब सनोज की फिल्म में लीड रोल कर रही हैं।
सनोज का दावा: मोनालिसा को उनकी फिल्म ‘मणिपुर डायरीज’ में कास्ट किया गया है, जिसकी शूटिंग लंदन में हो रही है।
सच्चाई: मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस फिल्म की कोई ठोस जानकारी उपलब्ध नहीं है।
अब सवाल उठते हैं:
क्या यह फिल्म सच में बनेगी, या सिर्फ एक पब्लिसिटी स्टंट है?
क्या मोनालिसा को कास्ट करने से पहले सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया गया?
क्या यह सब सिर्फ सनोज की पब्लिसिटी पाने की कोशिश है?