भारतीय बाजार में बॉर्बन व्हिस्की पर टैरिफ में कटौती से यूनाइटेड ब्रूअरीज और यूनाइटेड स्पिरिट्स के शेयरों में गिरावट

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अमेरिका की बॉर्बन व्हिस्की पर टैरिफ घटने से भारतीय शेयर बाजार में सूचीबद्ध यूनाइटेड ब्रूअरीज (United Breweries) और यूनाइटेड स्पिरिट्स (United Spirits) के शेयरों को झटका लगा। सरकार ने बॉर्बन व्हिस्की पर टैरिफ को 150% से घटाकर 100% कर दिया है, जिससे यह भारत में सस्ती हो गई है। इस फैसले के प्रभाव से यूनाइटेड ब्रूअरीज और यूनाइटेड स्पिरिट्स के शेयर करीब 2% तक गिर गए।

बीएसई में यूनाइटेड ब्रूअरीज का शेयर 1.27% गिरकर ₹1347.85 और यूनाइटेड स्पिरिट्स का शेयर 0.11% गिरकर ₹2037.20 पर बंद हुआ। वहीं, इंट्रा-डे ट्रेडिंग में यूनाइटेड ब्रूअरीज का शेयर 2.03% की गिरावट के साथ ₹1337.45 और यूनाइटेड स्पिरिट्स का शेयर 2% गिरकर ₹1998.75 तक पहुंच गया।

सिर्फ बॉर्बन व्हिस्की को मिली है राहत

सरकार ने बॉर्बन व्हिस्की पर अब 50% बेसिक कस्टम ड्यूटी और 50% अतिरिक्त लेवी लगाई है, जिससे कुल टैरिफ 100% हो गया है, जो पहले 150% था। यह राहत केवल बॉर्बन व्हिस्की के लिए है, जो पूरी तरह से अमेरिका में निर्मित होती है। अन्य एल्कोहॉलिक बेवरेजेज पर अभी भी 150% की दर से टैक्स लागू रहेगा।

गौरतलब है कि भारत के 3500 करोड़ डॉलर के स्पिरिट्स बाजार में वैश्विक लिकर कंपनियां, जैसे डियाजियो (Diageo) और परनॉड रिचर्ड (Pernod Ricard), लंबे समय से विदेशी शराब पर भारी आयात शुल्क को लेकर चिंता जता रही थीं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले भी उठा चुके हैं सवाल

अमेरिका में निर्मित बॉर्बन व्हिस्की पर भारत द्वारा टैरिफ 150% से घटाकर 100% करने का निर्णय ऐसे समय में आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले ही अमेरिकी उत्पादों पर लगाए गए ऊँचे टैरिफ पर सवाल उठा चुके हैं। उन्होंने इसे अनुचित करार दिया था।

हाल ही में, व्हाइट हाउस में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद ट्रंप ने भारत में अमेरिकी कारोबारियों को होने वाली चुनौतियों पर भी सवाल उठाए थे। उन्होंने यह भी संकेत दिया था कि अमेरिका उन देशों पर ‘सिप्रोकल टैरिफ’ (पारस्परिक शुल्क) लगाने पर विचार कर सकता है, जो अमेरिकी उत्पादों पर उच्च शुल्क लगाते हैं, जिसमें भारत भी शामिल है।