पिछले कुछ सालों में थायराइड (Thyroid) के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। यह समस्या हार्मोनल असंतुलन और बढ़ते वजन के कारण होती है। खासतौर पर महिलाओं में उम्र बढ़ने के साथ थायराइड की समस्या अधिक देखी जाती है।
थायराइड दो प्रकार का होता है:
हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism) – जब शरीर में थायराइड हार्मोन अधिक बनने लगता है।
हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) – जब शरीर में थायराइड हार्मोन की कमी हो जाती है।
गर्दन में तितली के आकार की थायराइड ग्रंथि शरीर के दिल, दिमाग और अन्य अंगों के सही संचालन में मदद करती है। लेकिन इस ग्रंथि में असंतुलन होने पर कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
थायराइड के लक्षण
हाइपरथायरायडिज्म में:
- हाथ-पैर कांपना
- अत्यधिक पसीना आना
- घबराहट और चिड़चिड़ापन
- बालों का झड़ना और पतला होना
- मांसपेशियों में दर्द और कमजोरी
- दिल की धड़कन तेज होना
- नींद की कमी
- भूख बढ़ जाना और वजन कम होना
- महिलाओं के पीरियड्स में अनियमितता
अगर आप रोजाना दवा नहीं लेना चाहते, तो डाइट में बदलाव करके भी थायराइड को नियंत्रित किया जा सकता है।
थायराइड को कंट्रोल करने के लिए क्या खाएं?
1. डेयरी प्रोडक्ट्स
दूध, दही, पनीर और अन्य डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करने से शरीर को कैल्शियम, विटामिन और मिनरल्स मिलते हैं, जिससे थायराइड ग्रंथि की कार्यक्षमता बनी रहती है।
2. मुलेठी
मुलेठी का सेवन थकान और कमजोरी को दूर करता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व थायराइड ग्रंथि को हेल्दी बनाए रखते हैं।
3. आंवला
विटामिन C से भरपूर आंवला शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करता है। यह बालों के झड़ने और पतले होने की समस्या को भी दूर करता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है।
4. सोयाबीन
सोयाबीन, टोफू और सोया मिल्क का सेवन हार्मोनल बैलेंस बनाए रखने में मदद करता है। यह आयोडीन की मात्रा को नियंत्रित करने में भी सहायक होता है।
5. कच्चा नारियल
नारियल का सेवन मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और थायराइड ग्रंथि को स्वस्थ बनाए रखता है। कच्चा नारियल थायराइड को नियंत्रित करने में बहुत उपयोगी साबित होता है।
थायराइड को कंट्रोल करने के लिए लाइफस्टाइल टिप्स
प्रोसेस्ड फूड और अधिक मीठे पदार्थों से बचें।
नियमित योग और एक्सरसाइज करें।
आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
तनाव से बचें और अच्छी नींद लें।
थायराइड को प्राकृतिक रूप से संतुलित रखने के लिए सही खानपान और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना बेहद जरूरी है। अगर समस्या अधिक बढ़ रही हो तो डॉक्टर से जरूर परामर्श लें।