वैदिक ज्योतिष में सभी 9 ग्रह एक निश्चित और नियमित अंतराल पर अपनी चाल बदलते हैं और एक राशि से दूसरी राशि में चले जाते हैं, जिसे ज्योतिषीय भाषा में गोचर कहा जाता है। ग्रहों के राशि परिवर्तन के कारण कई योग और संयोग बनते हैं। इनमें से कुछ शुभ राजयोग भी बनाते हैं। यह राज योग भाग्य के द्वार खोलता है। इस राशि वालों को मिलता है बंपर लाभ।
ग्रहों के राजकुमार बुध कुंभ राशि से बाहर निकलेंगे।
ग्रहों के राजकुमार बुध 27 फरवरी को कुंभ राशि से निकलकर अपनी नीच राशि मीन में प्रवेश करेंगे। वाणी और व्यापार के कारक बुध का इस राशि में गोचर नीचभंग राजयोग का निर्माण करेगा, जिसे ज्योतिष में बहुत ही शुभ और दुर्लभ योग माना जाता है।
बुध के नीचभंग राजयोग का राशि पर प्रभाव
गुरुवार, 27 फरवरी 2025 को प्रातः 11:46 बजे से ग्रह मीन राशि में गोचर करेंगे, जिसका स्वामित्व राजकुमार बृहस्पति के पास है। इस राशि में प्रवेश करने के बाद बुध नीचभंग राजयोग का निर्माण करेगा। जब बुध नीच राशि में होता है तो आमतौर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है, लेकिन जब नीचभंग राजयोग बनता है तो यह शुभ परिणाम देने लगता है।
ज्योतिषियों के अनुसार कन्या, मकर और तुला राशि के लोगों को बुध के दुर्बल राजयोग से काफी लाभ होगा। यह वित्तीय, करियर और पारिवारिक दृष्टि से प्रगति का समय होगा। बुध की यह युति 3 राशियों के लोगों के लिए सफलता और धन के नए रास्ते खोलेगी।
कन्या
बुध का नीच भंग राजयोग कन्या राशि वालों को कई तरह से लाभान्वित करेगा। नई नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को अच्छा अवसर मिल सकता है। पदोन्नति और वेतन वृद्धि की भी संभावना है। व्यापारी वर्ग के लिए यह समय बहुत अनुकूल रहेगा। कोई बड़ी परियोजना या निवेश लाभदायक सिद्ध होगा। आईटी, मार्केटिंग, प्रबंधन और शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों को विशेष लाभ मिलेगा। आय में वृद्धि होगी तथा बकाया धन वापस मिलने की संभावना है।
तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए यह योग करियर और नौकरी के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। ऑफिस में आपका प्रदर्शन अच्छा रहेगा, जिससे आपके वरिष्ठ अधिकारी प्रसन्न होंगे। यदि आप नौकरी बदलना चाहते हैं तो यह सही समय हो सकता है। व्यापारियों को बहुत लाभ हो सकता है। आय के नए स्रोत खुलेंगे। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा।