दिल्ली में फिर लागू हो सकती है विवादित शराब नीति? आतिशी के बयान पर मचा सियासी बवाल

Atishi Arvind Kejriwal 173700244

दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार बनी तो विवादित शराब नीति को दोबारा लागू किया जा सकता है। इस नीति में ‘एक बोतल खरीदो, एक फ्री पाओ’ जैसी स्कीमें दी गई थीं और इसे लेकर बड़े घोटाले के आरोप लगे थे, जिसकी वजह से अरविंद केजरीवाल को जेल जाना पड़ा था। खुद दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना ने इस नीति को दोबारा लाने के संकेत दिए हैं।

टीवी9 को दिए एक इंटरव्यू में आतिशी से जब पूछा गया कि क्या AAP की शराब नीति फिर से लागू होनी चाहिए? उन्होंने ‘हां’ में जवाब दिया और इस नीति की तारीफ करते हुए कहा कि “कई राज्यों ने इसे अपनाया और इससे राजस्व में बढ़ोतरी हुई।”

आतिशी ने शराब नीति को बताया ‘बेहतर’, कहा – पारदर्शिता बढ़ी थी

टीवी इंटरव्यू में क्या बोलीं आतिशी?

➡️ जब आतिशी से पूछा गया कि क्या AAP की विवादित शराब नीति फिर से लागू होनी चाहिए?
🔹 उन्होंने कहा – “बिल्कुल होनी चाहिए। उस नीति को कई राज्यों ने लागू किया और इससे राज्यों का राजस्व बहुत ज्यादा बढ़ा। आवंटन में पारदर्शिता आई।”
🔹 जब एंकर ने पूछा कि “विवादों में रही नीति को फिर लागू करेंगे?”
🔹 आतिशी ने सिर हिलाते हुए कहा – “वह नीति बेहतर थी।”

2021-22 में लागू हुई थी यह नीति, घोटाले के आरोप लगे थे

➡️ इस नीति को 2021-22 में लागू किया गया था और इसमें बड़े घोटाले के आरोप लगे।
➡️ CBI और ED इसकी जांच कर रही हैं।
➡️ इस मामले में अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और विजय नायर को जेल जाना पड़ा था।
➡️ महीनों तक जेल में रहने के बाद ये नेता जमानत पर बाहर आए।
➡️ केंद्रीय एजेंसियों ने दावा किया कि इस नीति से शराब कारोबारियों को गलत तरीके से फायदा पहुंचाया गया और रिश्वत ली गई।

हालांकि, AAP सरकार ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था। लेकिन जब जांच का दबाव बढ़ा तो दिल्ली सरकार को यह नीति वापस लेनी पड़ी।

भाजपा ने आतिशी के बयान को लपका, केजरीवाल से मांगी सफाई

आतिशी के बयान के बाद भाजपा ने इस मुद्दे को लपक लिया और AAP पर हमला बोल दिया।

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा:

“आतिशी ने स्पष्ट कर दिया कि अगर उन्हें सत्ता मिली तो फिर से वही शराब नीति लाएंगी, जिसके कारण अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को जेल जाना पड़ा था।”

“इस नीति से हजारों करोड़ का घोटाला हुआ, ब्लैक मार्केटिंग हुई, ठेके उन्हीं लोगों को मिले जिन्होंने मोटी रिश्वत दी। दिल्ली में गली-गली शराब के ठेके खोल दिए गए, जिससे दिल्ली को ‘बार’ बना दिया गया।”

“यह नीति बिना कैबिनेट और एलजी की मंजूरी के लागू की गई थी। बाद में जब CBI जांच शुरू हुई, तो इसे वापस लेना पड़ा।”

“अरविंद केजरीवाल को इस पर सफाई देनी चाहिए कि क्या वह दिल्ली को ‘कार-ओ-बार’ (शराब का बाजार) बनाना चाहते हैं?”