सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को पंजाब सरकार से अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की स्वास्थ्य रिपोर्ट की कॉपी मांगी, ताकि दिल्ली एम्स के मेडिकल बोर्ड से उनकी स्थिति पर राय ली जा सके। न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति एन. कोटिश्वर सिंह की पीठ ने यह सवाल उठाया कि लगभग 50 दिनों से अनशन कर रहे व्यक्ति के स्वास्थ्य में कैसे सुधार हो सकता है।
पीठ ने पंजाब सरकार के मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि वह आज ही डल्लेवाल की जांच रिपोर्ट सर्वोच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार के समक्ष पेश करें। इसके साथ ही, कोर्ट ने रजिस्ट्रार को एम्स निदेशक को रिपोर्ट भेजने के लिए कहा, ताकि डल्लेवाल की जांच रिपोर्ट पर चिकित्सा बोर्ड से सलाह ली जा सके।
पंजाब सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने अदालत को बताया कि डल्लेवाल को एक अस्थायी अस्पताल में स्थानांतरित करने के लिए कुछ प्रगति हुई है, जो प्रदर्शन स्थल से 10 मीटर की दूरी पर स्थापित किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार के प्रतिनिधि प्रदर्शनकारी किसानों से मुलाकात कर रहे हैं।
पंजाब सरकार ने बताया कि प्रदर्शनकारी किसानों को न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) नवाब सिंह की अध्यक्षता वाली समिति से मिलने के लिए राजी कर लिया गया है। इसके बाद, 70 वर्षीय किसान नेता डल्लेवाल ने 6 जनवरी को शीर्ष अदालत द्वारा नियुक्त समिति से मुलाकात की। डल्लेवाल ने पंजाब सरकार द्वारा दी जाने वाली चिकित्सा सहायता लेने से इनकार कर दिया है, जिसके चलते हाल ही में उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया है। सुरक्षा बलों द्वारा दिल्ली की ओर मार्च करने से रोके जाने के बाद, किसान पिछले साल 13 फरवरी से पंजाब एवं हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं।