कांग्रेस पार्टी ने लगभग पांच दशकों तक 24 अकबर रोड पर स्थित अपने मुख्यालय का पता बदलकर 9ए, कोटला मार्ग कर दिया है। पार्टी संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने बुधवार को नए मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ का उद्घाटन किया। इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।
नया मुख्यालय भाजपा के पांच मंजिला मुख्यालय से केवल एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर है। हालांकि, कांग्रेस ने अपने मुख्य द्वार को पीछे के कोटला रोड पर खोला है। यह दीनदयाल उपाध्याय मार्ग के समानांतर है। पहले इस मुख्यालय का मुख्य द्वार दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर खुलने की योजना थी, लेकिन पार्टी ने इसे बदलने का निर्णय लिया।
RSS से जुड़ा नाम परिवर्तन
कांग्रेस ने यह बदलाव जानबूझकर किया, ताकि दीनदयाल उपाध्याय के नाम से उसका मुख्यालय न हो, क्योंकि उपाध्याय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रचारक और भारतीय जनसंघ के सह संस्थापक रहे हैं। कांग्रेस की प्रतिद्वंद्वी भाजपा उन्हें अपने विचारक मानती है, जबकि कांग्रेस उनकी विचारधारा का विरोध करती रही है।
इंदिरा भवन की विशेषताएं
‘इंदिरा भवन’ को लगभग 242 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है, जिसमें आधुनिकता के साथ पार्टी की विरासत को संरक्षित रखा गया है। यह भवन ग्रीन बिल्डिंग के मानकों के अनुरूप है, जिसमें सोलर पैनल और वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम जैसी सुविधाएं शामिल हैं। पहली मंजिल पर एक हाईटेक ऑडिटोरियम है और कुल 18 कमरे हैं। दूसरी मंजिल पर 24 कमरे हैं, जबकि तीसरी और चौथी मंजिल पर अन्य महत्वपूर्ण कमरों का निर्माण किया गया है।
पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, “यह भवन पार्टी की बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजायन किया गया है, जो आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। यह कांग्रेस के असाधारण अतीत को श्रद्धांजलि देता है।”
हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने अपने पूर्व मुख्यालय “24, अकबर रोड” को फिलहाल खाली करने का निर्णय नहीं लिया है। पार्टी के विभिन्न विभागों और प्रकोष्ठों के कार्यालय नए भवन में स्थानांतरित किए जा सकते हैं, लेकिन वर्तमान मुख्यालय का उपयोग जारी रहेगा। 1977 के लोकसभा चुनाव के बाद लुटियंस दिल्ली में 24, अकबर रोड बंगले को एआईसीसी मुख्यालय के रूप में स्थापित किया गया था।