School Holiday 2025: UP–बिहार में कड़ाके की ठंड, स्कूलों का विंटर वेकेशन खत्म, कई जिलों में बढ़ी छुट्टियां
उत्तर प्रदेश और बिहार में कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। इन राज्यों में सर्दी का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि प्रशासन को स्कूलों के विंटर वेकेशन (शीतकालीन अवकाश) को आगे बढ़ाने का फैसला लेना पड़ा। जहां कई जिलों में स्कूल पहले से ही बंद थे, वहीं अब बढ़ती ठंड को देखते हुए छुट्टियों को और बढ़ा दिया गया है।
बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है ताकि वे ठंड के प्रकोप से बच सकें। इस लेख में जानिए किन जिलों में स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाई गई हैं, ठंड की मौजूदा स्थिति, और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देश।
UP और बिहार में ठंड का हाल: क्यों बढ़ी छुट्टियां?
इस साल ठंड ने यूपी और बिहार में रिकॉर्ड तोड़ दिया है। न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे ठंड और कोहरे का असर और ज्यादा महसूस हो रहा है।
ठंड और कोहरे के कारण:
- शून्य डिग्री के करीब तापमान: कई जिलों में तापमान 2-4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है।
- घना कोहरा: सुबह और रात के समय विजिबिलिटी बेहद कम हो गई है।
- ठंडी हवाएं: उत्तर से आ रही सर्द हवाएं ठंड को और ज्यादा बढ़ा रही हैं।
स्कूलों पर प्रभाव:
- ठंड और कोहरे के कारण बच्चों के स्कूल आने-जाने में कठिनाई हो रही है।
- प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाने का फैसला किया है।
किन जिलों में बढ़ाई गई छुट्टियां?
उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों में प्रशासन ने स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाने का आदेश जारी किया है।
उत्तर प्रदेश में:
लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी, और मेरठ जैसे जिलों में स्कूलों की छुट्टियां 15 जनवरी तक बढ़ाई गई हैं। कई जगहों पर हालात को देखते हुए यह अवधि और भी आगे बढ़ सकती है।
बिहार में:
पटना, गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, और दरभंगा में स्कूलों को 10 जनवरी तक बंद रखा गया है। हालांकि ठंड की स्थिति को देखते हुए इसे और आगे बढ़ाने का निर्णय लिया जा सकता है।
प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देश
ठंड के चलते बच्चों और अभिभावकों की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने कुछ विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं:
- स्कूल खुलने का समय बदलना: जिन जिलों में स्कूल खुले हैं, वहां सुबह की शिफ्ट को 10 बजे के बाद शुरू करने का आदेश दिया गया है।
- गरम कपड़े पहनना अनिवार्य: बच्चों को स्कूल भेजने से पहले उन्हें गर्म कपड़े पहनाने की सलाह दी गई है।
- ऑनलाइन क्लास की सुविधा: कई स्कूलों ने ठंड के चलते ऑनलाइन क्लासेस की व्यवस्था की है।
- वाहन और परिवहन पर विशेष ध्यान: स्कूल बसों और अन्य परिवहन साधनों को ठंड में सुरक्षित यात्रा के लिए तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
बच्चों और अभिभावकों के लिए सुझाव
ठंड के इस मौसम में बच्चों की सुरक्षा और सेहत का विशेष ध्यान रखना बेहद जरूरी है। कुछ जरूरी टिप्स:
गरम कपड़े पहनाएं:
बच्चों को स्कूल भेजते समय सिर, कान, और हाथ को ढककर रखें। गर्म मोजे और जूते पहनाना भी जरूरी है।
पौष्टिक आहार दें:
ठंड से बचने के लिए बच्चों को गर्म और पौष्टिक खाना जैसे सूप, दाल, और हर्बल चाय पिलाएं।
बीमारियों से बचाव करें:
सर्दियों में फ्लू और खांसी का खतरा ज्यादा होता है। बच्चों को ठंडे पानी और ठंडी चीजों से दूर रखें।
स्कूल का शेड्यूल चेक करें:
अपने बच्चों के स्कूल की ओर से जारी निर्देशों और छुट्टियों के अपडेट्स पर नजर रखें।
ठंड में स्कूल जाने के खतरों से बचाव
सर्दी का मौसम बच्चों की सेहत पर बुरा असर डाल सकता है। खासतौर पर छोटे बच्चों को निम्नलिखित खतरों से बचाना जरूरी है:
- हाइपोथर्मिया: ठंड के लंबे समय तक संपर्क में रहने से शरीर का तापमान खतरनाक रूप से कम हो सकता है।
- फ्लू और जुकाम: ठंड में वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
- स्कूल तक पहुंचने में मुश्किल: घने कोहरे के कारण वाहन दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है।
शीतलहर से राहत कब तक मिलेगी?
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर प्रदेश और बिहार में अगले कुछ दिनों तक शीतलहर का असर बना रहेगा।
- तापमान में सुधार: 15 जनवरी के बाद न्यूनतम तापमान में हल्की वृद्धि की संभावना है।
- कोहरा कम होगा: पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से कोहरे की स्थिति में भी सुधार होगा।
- हवाओं का रुख बदलेगा: दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के आने से ठंड में कमी आने की उम्मीद है।