केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने एक अच्छा प्रयास किया है। सीबीएसई ने शिक्षा के अनुभव को बेहतर बनाने और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के साथ तालमेल बिठाने के उद्देश्य से कई सुधारों की घोषणा की है। बोर्ड ने घोषणा की कि यदि कोई छात्र 10वीं बोर्ड परीक्षा में विज्ञान, गणित या सामाजिक विज्ञान जैसे किसी भी मुख्य विषय में फेल हो जाता है, तो उस विषय को 6वें अतिरिक्त कौशल विषय में बदल दिया जाएगा।
इस पहल का उद्देश्य छात्रों को उनके कमजोर विषयों में असफलता से बचाते हुए कौशल आधारित शिक्षा को बढ़ावा देना है। बोर्ड ने 9वीं और 10वीं कक्षा के लिए 22 ऐसे विषय जोड़े हैं जो छात्रों को पढ़ाई के अलावा व्यावसायिक और तकनीकी कौशल विकसित करने का अवसर देते हैं।
सीबीएसई की नई पहल से छात्रों में फेल होने का डर कम होगा। सीबीएसई ने कहा कि छात्रों का प्रदर्शन बेस्ट ऑफ फाइव के आधार पर किया जाएगा. यानी अगर कोई छात्र विज्ञान, गणित या सामाजिक विज्ञान में से किसी एक में फेल हो जाता है तो छठे अतिरिक्त कौशल विषय को अंकों में शामिल कर उसका प्रतिशत निकाला जाएगा।