दक्षिण अफ्रीका: सोने की खदान में फंसे सैकड़ों मजदूर, भूख और कुपोषण से कई की मौत

South Africa Mine 1736911267580

दक्षिण अफ्रीका में एक बंद पड़ी सोने की खदान में सैकड़ों मजदूरों के फंसे होने की खबर ने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है। यह खदान अवैध खनन का अड्डा बन चुकी थी, जहां एक गंभीर दुर्घटना के बाद हालात भयावह हो गए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, 100 से अधिक मजदूर भूख और कुपोषण से मर चुके हैं, जबकि 500 से ज्यादा अभी भी खदान के भीतर फंसे हुए हैं।

खदान में अवैध खनन का मामला

यह घटना बफेल्सफोंटेन गोल्ड माइन में हुई, जो दक्षिण अफ्रीका के स्टिलफोंटेन शहर के पास स्थित है। यह खदान लंबे समय से बंद थी लेकिन अवैध खनन के लिए कुख्यात थी। स्थानीय पुलिस और अधिकारियों ने नवंबर में अवैध खनन रोकने के लिए अभियान शुरू किया था। लेकिन खदान के भीतर फंसे मजदूरों ने बाहर आने से इनकार कर दिया, क्योंकि उन्हें गिरफ्तार होने का डर था।

खदान में फंसे मजदूर: मौत और संघर्ष

मजदूरों का एक समूह दावा करता है कि खदान में फंसे लोग सतह से लगभग 2.5 किलोमीटर नीचे फंसे हुए हैं। यहां भोजन और पानी की आपूर्ति का कोई इंतजाम नहीं था, जिससे हालात और बिगड़ गए।

  • स्थानीय निवासियों के अनुसार, कुछ मजदूर जुलाई से ही खदान के भीतर थे।
  • अधिकारियों का कहना है कि मजदूर अपनी जान बचाने के लिए सतह पर मौजूद लोगों पर निर्भर थे।
  • मजदूरों की मौत के मामले ने दक्षिण अफ्रीका में अवैध खनन और खदान सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

बचाव अभियान की स्थिति

बचाव अभियान के तहत शुक्रवार को खदान से मजदूरों और शवों को बाहर निकालने का काम फिर से शुरू किया गया।

  • अब तक की प्रगति:
    • 60 से अधिक शव बरामद किए गए हैं।
    • 90 से ज्यादा मजदूरों को जिंदा बाहर निकाला गया है।
  • बचाव अभियान की चुनौतियां:
    • खदान बेहद गहरी और खतरनाक है।
    • एक बार में केवल 10 लोगों को बाहर लाना संभव है।
    • अधिकारियों का कहना है कि सभी को बाहर निकालने में कई सप्ताह लग सकते हैं।

अधिकारियों की भूमिका पर सवाल

घटना के बाद दक्षिण अफ्रीकी अधिकारियों की तीखी आलोचना हो रही है।

  • स्थानीय समूहों का आरोप है कि बचाव अभियान महीनों पहले शुरू होना चाहिए था।
  • मजदूरों का बयान: खदान में फंसे लोग आरोप लगाते हैं कि उनके बचाव के लिए गंभीर प्रयास नहीं किए गए।
  • पुलिस का पक्ष: पुलिस का कहना है कि खदान में उतरना बेहद खतरनाक है, इसलिए आधिकारिक बचाव कर्मी खदान में प्रवेश नहीं कर सकते।

अवैध खनन: एक व्यापक समस्या

दक्षिण अफ्रीका में सोने और खनिज संपदा के लिए कुख्यात खदानें, लंबे समय से अवैध खनन की समस्या से जूझ रही हैं।

  • अवैध माइनर्स का नेटवर्क:
    • बड़ी खदानें बंद होने के बाद अवैध खनन शुरू हो जाता है।
    • खदानों में महीनों तक काम करने वाले मजदूर सतह पर मौजूद लोगों की मदद पर निर्भर रहते हैं।
  • सुरक्षा मानकों की अनदेखी:
    • अवैध खनन में सुरक्षा का कोई ध्यान नहीं रखा जाता।
    • मजदूरों के लिए भोजन, पानी और बिजली जैसी सुविधाओं का अभाव रहता है।

आगे का रास्ता

इस भयावह घटना ने अवैध खनन के प्रति सरकार और संबंधित एजेंसियों की नीतियों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।

  • सरकार की भूमिका:
    • बंद खदानों की निगरानी और सुरक्षा सुनिश्चित करना अनिवार्य है।
    • अवैध खनन को रोकने के लिए सख्त कानून और कार्रवाई की जरूरत है।
  • मजदूरों के अधिकार:
    • खनन क्षेत्रों में मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्राथमिकता होनी चाहिए।
    • फंसे मजदूरों को जल्द से जल्द बाहर निकालने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों और संसाधनों का उपयोग किया जाना चाहिए।