आयुर्वेद में हर समस्या का समाधान प्राकृतिक तरीकों से किया जा सकता है, जो सुरक्षित और असरदार होते हैं। स्किन केयर की बात करें तो आयुर्वेद त्वचा को डिटॉक्स करने और ब्लड सर्कुलेशन को सुधारने पर जोर देता है। सर्दियों में सबसे आम समस्या ड्राई स्किन होती है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. दीक्षा भावसार ने कुछ बेहतरीन आयुर्वेदिक उपाय बताए हैं, जो सर्दियों में आपकी त्वचा को नमी और पोषण प्रदान करेंगे।
1. अभ्यंग (तेल मालिश)
सर्दियों में नियमित रूप से तेल मालिश करना बेहद फायदेमंद है।
- फायदे: उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी होती है, थकान कम होती है, और वात दोष (दर्द व सूखापन) शांत होता है।
- कैसे करें: गुनगुने तिल या सरसों के तेल से पूरे शरीर की मालिश करें।
2. अटापा-सेवाना (सूरज की किरणों का लाभ)
सर्दियों में सुबह की धूप लेना त्वचा और शरीर दोनों के लिए लाभदायक है।
- फायदे: धूप में बैठने से तेल मालिश के बाद स्किन में तेल का बेहतर अवशोषण होता है और विटामिन डी प्राप्त होता है।
- कैसे करें: अभ्यंग के बाद कुछ मिनटों के लिए सुबह की हल्की धूप लें।
3. व्यायाम (एक्सरसाइज)
सर्दियों का मौसम व्यायाम करने के लिए सबसे उपयुक्त है।
- फायदे: शरीर गर्म रहता है, पाचन क्षमता बढ़ती है, और दिनभर ऊर्जा बनी रहती है।
- कैसे करें: सूरज की रोशनी में योग या हल्का व्यायाम करें।
4. गुनगुने पानी से स्नान
सर्दियों में गुनगुने पानी से नहाना त्वचा के लिए फायदेमंद है।
- सावधानी: गर्म पानी से स्नान से बचें क्योंकि यह त्वचा को डिहाइड्रेट कर सकता है।
- कैसे करें: गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें, ताकि त्वचा नर्म बनी रहे।
5. नस्य (नाक में तेल डालना)
नस्य आयुर्वेद का एक प्रभावी उपाय है जो सर्दियों में कई समस्याओं से राहत दिलाता है।
- फायदे: सिरदर्द, साइनस, अनिद्रा, और बाल झड़ने जैसी समस्याओं में मदद करता है।
- कैसे करें: रात को सोने से पहले नाक में A2 गाय के घी या तिल के तेल की 2 बूंदें डालें।
6. पाद-अभ्यंग (पैरों की मालिश)
पैरों की मालिश से सर्दियों में तलवों को फटने से बचाया जा सकता है।
- फायदे: दिमाग और शरीर को आराम मिलता है, ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
- कैसे करें: घी, तिल या सरसों के तेल से पैरों की मालिश करें।