Adani Group’s 5G Services: अदाणी ग्रुप को देश में 5G सेवाएं शुरू करने का लाइसेंस लगभग दो साल पहले मिला था, लेकिन अभी तक ग्रुप ने इन सेवाओं की शुरुआत नहीं की है। इस देरी को लेकर डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम (DoT) ने अदाणी ग्रुप से उनकी योजना स्पष्ट करने के लिए सवाल पूछा है। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, DoT ने अदाणी डेटा नेटवर्क्स को कई नोटिस भेजे हैं, जिसमें 5G रोलआउट के लिए आवश्यक न्यूनतम शर्तों (Minimum Rollout Obligations, MRO) को पूरा करने की स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया है।
2022 की स्पेक्ट्रम नीलामी और अदाणी का अधिग्रहण
2022 में आयोजित 5G स्पेक्ट्रम नीलामी में, अदाणी ग्रुप ने 26 गीगाहर्ट्ज़ बैंड में 400 मेगाहर्ट्ज़ स्पेक्ट्रम हासिल किया था।
- स्पेक्ट्रम वितरण:
- गुजरात और मुंबई में 100 MHz।
- आंध्र प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, और तमिलनाडु में 50-50 MHz।
- इस स्पेक्ट्रम के लिए अदाणी ने 212 करोड़ रुपये का भुगतान किया था।
हालांकि, अब खबरें आ रही हैं कि ग्रुप इसे सरेंडर करने की योजना बना रहा है।
स्पेक्ट्रम सरेंडर की योजना?
सूत्रों के अनुसार, अदाणी ग्रुप ने टेलीकॉम डिपार्टमेंट के अधिकारियों को सूचित किया है कि पोर्ट्स, एयरपोर्ट्स, पावर जेनेरेशन, और लॉजिस्टिक्स के लिए कैप्टिव प्राइवेट नेटवर्क बनाना आर्थिक रूप से व्यावहारिक नहीं लग रहा है।
- आधिकारिक घोषणा: अभी तक स्पेक्ट्रम लौटाने का औपचारिक फैसला नहीं लिया गया है।
- सरेंडर नियम: नियमों के तहत, स्पेक्ट्रम को 10 साल के बाद ही सरेंडर किया जा सकता है।
- ट्रेडिंग विकल्प: हालांकि, स्पेक्ट्रम की ट्रेडिंग 2 साल बाद की जा सकती है।
सेवाएं शुरू करने में देरी पर जुर्माना
स्पेक्ट्रम नीलामी के नियमों के अनुसार, 26 GHz बैंड के ऑपरेटरों को एक वर्ष के भीतर अपनी सेवाएं शुरू करनी होती हैं। न्यूनतम शर्तें पूरी नहीं करने पर जुर्माना लगाया जाता है:
- पहले 13 सप्ताह के लिए: प्रति सप्ताह 1 लाख रुपये का जुर्माना।
- अगले 13 सप्ताह के लिए: जुर्माना बढ़कर प्रति सप्ताह 2 लाख रुपये हो जाता है।
- इसके साथ शो-कॉज नोटिस भी जारी किया जाता है।
सूत्रों के मुताबिक, अदाणी ग्रुप ने इस जुर्माने का भुगतान कर दिया है।
क्या अदाणी ग्रुप 5G सेवाएं लॉन्च करेगा?
5G सेवाओं के रोलआउट के लिए ऑपरेटरों को मेट्रो और गैर-मेट्रो क्षेत्रों में सेवाएं शुरू करनी होती हैं।
- मिनिमम शर्तें:
- किसी एक मेट्रो क्षेत्र या एक गैर-मेट्रो सर्कल के किसी एक शहर में सेवाएं शुरू करना।
- अदाणी डेटा नेटवर्क्स ब्रॉडबैंड सेवाएं शुरू करके या अपने किसी बंदरगाह को डेटा नेटवर्क से जोड़कर भी इन शर्तों को पूरा कर सकता है।
अदाणी के पास FWA के लिए अपर्याप्त स्पेक्ट्रम
भारत में टेलीकॉम कंपनियां 26 GHz बैंड का उपयोग फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (FWA) के लिए कर रही हैं।
- अदाणी ग्रुप के पास जो स्पेक्ट्रम है, वह बड़े पैमाने पर FWA तैनाती के लिए पर्याप्त नहीं है।
- इसके चलते, ग्रुप का फोकस 5G सेवाओं को व्यापक रूप से लॉन्च करने के बजाय प्राइवेट नेटवर्क तक सीमित रहा है।
सरकार की स्थिति
फिलहाल, सरकार अदाणी ग्रुप के लाइसेंस को रद्द करने की योजना में नहीं है। हालांकि, ग्रुप से उनकी भविष्य की योजनाओं पर स्पष्टता मांगी गई है।