ग्रेटर नोएडा के बादलपुर इलाके के दुजाना थाना क्षेत्र में रविवार तड़के एक भयानक हादसा हुआ। श्री बालाजी केमिकल फैक्ट्री में लगी आग ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। आग की लपटें इतनी तेज़ थीं कि काले धुएं का गुबार आसमान में छा गया। धमाकों की आवाज़ों ने दहशत और बढ़ा दी। फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारी किसी तरह भागकर अपनी जान बचाने में कामयाब रहे। इस घटना के बाद आसपास के इलाकों में अफरा-तफरी मच गई।
32 दमकल गाड़ियों ने संभाला मोर्चा
जैसे ही घटना की जानकारी मिली, दमकल विभाग की 32 गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। आग बुझाने का काम युद्ध स्तर पर जारी है। नोएडा के डीसीपी सेंट्रल शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि दमकल की टीमें लगातार आग पर काबू पाने की कोशिश में लगी हैं। हालांकि, आग के बीच धमाकों और घने धुएं के कारण राहत कार्य चुनौतीपूर्ण हो गया है।
कैसे लगी आग, जांच जारी
आग लगने के कारणों का फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को संभावित कारण माना जा रहा है। फैक्ट्री में किस तरह का केमिकल स्टोर किया गया था, इस पर भी जांच जारी है।
25 गायों को बचाया गया
फैक्ट्री के पास बने क्षेत्र में 25 गायें फंसी हुई थीं। पुलिस ने जेसीबी की मदद से दीवार तोड़कर सभी गायों को सुरक्षित बाहर निकाला। राहत की बात यह है कि अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
गाजियाबाद से भी बुलाई गई मदद
गौतम बुद्ध नगर के साथ-साथ गाजियाबाद से भी दमकल की गाड़ियां मंगाई गईं। घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया। इलाके के लोगों को आग और धमाकों से हुई घबराहट के कारण घरों के अंदर ही रहने की सलाह दी गई।
इलाके में दहशत का माहौल
घटना के बाद स्थानीय लोग दहशत में हैं। फैक्ट्री से निकलने वाले घने काले धुएं और तेज़ धमाकों ने लोगों को अपने घरों में कैद कर दिया है। सांस लेने में हो रही दिक्कतों की वजह से स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं भी बढ़ रही हैं।
आग बुझाने में हो रही मुश्किलें
फायर ब्रिगेड के अधिकारियों के अनुसार, केमिकल फैक्ट्री में मौजूद ज्वलनशील पदार्थों की वजह से आग तेजी से फैली। दमकल कर्मियों के लिए इसे बुझाना एक बड़ा चैलेंज बन गया। हालांकि, राहत की बात यह है कि स्थिति पर धीरे-धीरे नियंत्रण पाया जा रहा है।
पुलिस और प्रशासन सतर्क
पुलिस और प्रशासन ने इस घटना के बाद आसपास के इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है। जांच टीमें यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि आग लगने के पीछे कोई बड़ी लापरवाही तो नहीं हुई।
इस हादसे ने फिर से औद्योगिक सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि आग पर पूरी तरह काबू पाने के बाद विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी।