देसी घी को हेल्थ का एक बेहतरीन साथी माना जाता है, और यह आमतौर पर कुकिंग के लिए उपयोग किया जाता है। लेकिन कई बार घरों में देसी घी का गलत तरीके से इस्तेमाल किया जाता है, जिससे इसके फायदे नुकसान में बदल सकते हैं। आइए जानें कि खाना पकाने में देसी घी का उपयोग करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
1. पराठा बनाने में देसी घी का प्रयोग न करें
सर्दियों में पराठा बनाने के लिए कई लोग देसी घी का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन यह सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। देसी घी का स्मोकिंग प्वाइंट 252 डिग्री सेल्सियस होता है। जब घी को इस तापमान से अधिक गर्म किया जाता है, तो यह धुआं छोड़ने लगता है और हानिकारक रासायनिक यौगिक उत्पन्न कर सकता है। जब पराठा बनाया जाता है, तो घी के धुएं से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
2. देसी घी में तड़का लगाने से सावधान रहें
हालांकि देसी घी का स्मोकिंग प्वाइंट अपेक्षाकृत उच्च होता है, लेकिन अगर आप तड़के के लिए घी को इतना गर्म करते हैं कि धुआं निकलने लगे, तो यह भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। खाना पकाने के दौरान हमेशा ध्यान रखें कि घी जलने न पाए और धुआं न बने।
3. पूड़ी बनाने में देसी घी का उपयोग न करें
जैसे पराठा, पूड़ी बनाते समय भी सावधानी बरतनी चाहिए। यदि आप पूड़ी को देसी घी में तलने जा रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि घी अत्यधिक गर्म न हो जाए। यदि घी धुआं छोड़ने लगे, तो इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
इन टिप्स का ध्यान रखकर आप देसी घी का सही और स्वास्थ्यवर्धक उपयोग कर सकते हैं।