मध्य प्रदेश के देवास में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला की लाश छह महीने बाद फ्रिज से बरामद हुई। इस घटना के पीछे उसके शादीशुदा प्रेमी का हाथ बताया जा रहा है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है, खासकर इसलिए क्योंकि लाश जिस कमरे में रखी थी, उसके बगल में दूसरे किरायेदार का परिवार रह रहा था, लेकिन किसी को इस भयावह सच की भनक तक नहीं लगी। मामले का खुलासा तब हुआ जब फ्रिज बंद होने पर कमरे से बदबू आने लगी।
मृतका की पहचान और आरोपी की गिरफ्तारी
पुलिस के अनुसार, मृतका का नाम पिंकी उर्फ प्रतिभा प्रजापति था। आरोपी संजय पाटीदार ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, संजय और पिंकी पिछले पांच सालों से लिव-इन रिलेशनशिप में थे। आरोपी ने बताया कि वह शादीशुदा था और दो बच्चों का पिता है।
संजय ने खुलासा किया कि पिंकी उस पर शादी का दबाव बना रही थी, जिसके चलते विवाद बढ़ा और उसने गला दबाकर पिंकी की हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने अपने साथी विनोद दवे की मदद से शव को फ्रिज में रखा और उसे हाई मोड पर चालू कर दिया ताकि बदबू बाहर न आ सके।
फ्रिज से लाश मिलने का घटनाक्रम
देवास के वृंदावन धाम में कारोबारी धीरेंद्र श्रीवास्तव का मकान है। धीरेंद्र फिलहाल दुबई में हैं। उनका ग्राउंड फ्लोर बलवीर राजपूत नाम के व्यक्ति ने किराए पर लिया था। बलवीर ने मकान मालिक से शिकायत की थी कि दो कमरों पर ताला लगा हुआ है, जो पुराने किरायेदार ने बंद कर रखा है।
मकान मालिक ने ताले तोड़ने की इजाजत दी, जिसके बाद गुरुवार को बलवीर ने कमरों का ताला खोला। फ्रिज चालू हालत में था, जिसे उन्होंने पुरानी लापरवाही मानकर बंद कर दिया। अगले दिन, यानी शुक्रवार सुबह कमरे से तेज बदबू आने लगी। शक होने पर पुलिस को बुलाया गया। जब पुलिस ने फ्रिज खोला, तो उसमें चादर में लिपटी पिंकी की सड़ी हुई लाश मिली।
आरोपी का जुर्म कबूलना
संजय पाटीदार ने पुलिस पूछताछ में बताया कि पिंकी के साथ वह उज्जैन में भी तीन साल तक लिव-इन रिलेशनशिप में रहा। पिंकी द्वारा शादी के लिए दबाव बनाए जाने पर उसने गुस्से में उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को फ्रिज में छिपाने का सुझाव उसके साथी विनोद दवे ने दिया, जो फिलहाल राजस्थान की जेल में एक अन्य आपराधिक मामले में बंद है। पुलिस विनोद से भी पूछताछ करने की तैयारी कर रही है।
संबंधित इलाके में दहशत
इस खौफनाक घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है। पड़ोसियों को यकीन नहीं हो रहा कि महीनों तक उनके बगल के कमरे में लाश छिपी थी और उन्हें कुछ पता नहीं चला। घटना से पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि इतनी बड़ी घटना छह महीने तक कैसे अनदेखी रह गई।