हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले के शाहाबाद में शुक्रवार को एक दुखद घटना सामने आई, जहां एक रिटायर्ड जज ने वंदे भारत ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। 78 वर्षीय रविंद्र कुमार कश्यप, जो पंचकूला के निवासी थे, ने यह कदम उठाया। घटनास्थल पर मौजूद पुलिस को उनकी जेब से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिसमें उन्होंने अपनी मौत के लिए किसी और को जिम्मेदार नहीं ठहराया।
सैर के लिए गए लेकिन घर वापस नहीं लौटे
जानकारी के अनुसार, पंचकूला के सेक्टर-27 में रहने वाले रिटायर्ड जज आर.के. कश्यप गुरुवार सुबह अपने घर से हर्बल पार्क में सैर के लिए निकले थे। लेकिन इसके बाद वे घर नहीं लौटे। परिजनों ने उनकी गुमशुदगी की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई। सेक्टर-25 चौकी इंचार्ज सुनीता ने बताया कि उनकी शिकायत पर पुलिस ने जज की तलाश शुरू की थी।
शुक्रवार सुबह, रेलवे पुलिस (जीआरपी) से सूचना मिली कि एक व्यक्ति का शव शाहाबाद के पास रेलवे ट्रैक पर मिला है। जब पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की, तो मृतक की पहचान रिटायर्ड जज कश्यप के रूप में हुई।
लोको पायलट ने दी सूचना
घटना की जानकारी वंदे भारत ट्रेन के लोको पायलट ने दी। उन्होंने बताया कि शाहाबाद के पास एक व्यक्ति ट्रेन की चपेट में आ गया। शुरू में जीआरपी को शव नहीं मिला, लेकिन आगे की खोजबीन के बाद नगला के पास रेलवे ट्रैक के किलोमीटर नंबर 178 के पास शव बरामद हुआ।
सुसाइड नोट से हुई पहचान
मृतक के पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिसमें उन्होंने लिखा:
“मैं अपनी मर्जी से अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहा हूं। इसके लिए किसी और को दोषी न ठहराया जाए।”
सुसाइड नोट में उनका नाम, पता और परिवार का संपर्क नंबर भी दर्ज था। इसी से मृतक की पहचान हुई।
परिवार को दी गई सूचना
पुलिस ने मृतक के परिजनों से संपर्क कर घटना की जानकारी दी। परिवार पहले शाहाबाद में रहता था, लेकिन बाद में पंचकूला शिफ्ट हो गया था।
पुलिस की जांच जारी
जांच अधिकारी एसआई कमल कुमार ने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि आत्महत्या के पीछे क्या कारण हो सकते हैं।