भारत के पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने एक हालिया इंटरव्यू में मुख्य कोच गौतम गंभीर पर तीखे आरोप लगाए हैं। उन्होंने गंभीर को “ढोंगी” तक कह दिया। तिवारी का मानना है कि गंभीर आईपीएल फ्रेंचाइजी के सलाहकार के रूप में बेहतर हो सकते हैं, लेकिन राष्ट्रीय टीम के कोच के लिए वह “सही विकल्प” नहीं हैं।
आर अश्विन के संन्यास पर प्रतिक्रिया
तिवारी ने पूर्व स्पिनर आर अश्विन के साथ हुए टीम प्रबंधन के व्यवहार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने बताया कि अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिसबेन टेस्ट के बाद अचानक संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया था। तिवारी का मानना है कि अश्विन को उनके योगदान के मुताबिक सम्मान नहीं दिया गया।
अश्विन के साथ ‘अन्याय’ का दावा
तिवारी ने कहा,
“मैंने देखा कि अश्विन का अपमान किया गया। वॉशिंगटन सुंदर और तनुष कौटियान जैसे युवा प्रतिभाशाली स्पिनर जरूर हैं, लेकिन जब आपके पास अश्विन जैसा अनुभवी खिलाड़ी हो, तो घरेलू सीरीज में उनकी जगह किसी और को लाने की जरूरत क्या है?”
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा,
“जडेजा और कुलदीप जैसे गेंदबाजों के रहते अश्विन को उनके अनुभव के मुताबिक प्राथमिकता क्यों नहीं दी गई? अश्विन से कम ओवर गेंदबाजी करवाना उनके साथ नाइंसाफी है। क्या यह उनका अपमान नहीं है?”
अश्विन की चुप्पी और भविष्य की उम्मीद
मनोज तिवारी ने अश्विन की शालीनता की तारीफ करते हुए कहा,
“अश्विन सीधे आकर अपनी नाराजगी जाहिर नहीं करेंगे क्योंकि वह एक अच्छे व्यक्ति हैं। लेकिन मुझे यकीन है कि एक दिन वह अपने अनुभवों को साझा करेंगे। खिलाड़ियों को न केवल प्रदर्शन का मौका, बल्कि सम्मान और प्रोत्साहन भी मिलना चाहिए।”
गंभीर पर सीधा निशाना
गौतम गंभीर को लेकर तिवारी ने कहा कि उनका व्यवहार टीम की बेहतरी के अनुकूल नहीं है।
“गंभीर एक फ्रेंचाइजी को बेहतर तरीके से सलाह दे सकते हैं, लेकिन राष्ट्रीय टीम के लिए उनके व्यक्तित्व और नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठते हैं।”