जापान में बन रही दुनिया की पहली ‘फ्यूचर सिटी’, AI से लैस हर घर, रोबोट और ड्रोन संभालेंगे जिम्मेदारी

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जापान में भविष्य की कल्पना को साकार करते हुए एक अनोखा और आधुनिक शहर बनाया जा रहा है, जिसका नाम है वोवेन सिटी (Woven City)। इसे दुनिया की पहली “फ्यूचर सिटी” कहा जा रहा है। यह शहर तकनीकी प्रगति और नवाचार का बेहतरीन उदाहरण होगा, जिसे कार निर्माता कंपनी टोयोटा तैयार कर रही है। माउंट फुजी की तलहटी में स्थित इस शहर में हर घर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लैस होगा।

कैसे बनी ‘फ्यूचर सिटी’ की योजना?

टोयोटा ने 2020 में इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का ऐलान किया था।

  • 23 फरवरी 2021 को इस परियोजना पर काम शुरू हुआ।
  • यह शहर उस जगह बनाया जा रहा है जहां पहले टोयोटा मोटर ईस्ट जापान का प्लांट स्थित था।
  • अक्टूबर 2022 में इस परियोजना के पहले चरण का काम पूरा हुआ, और अब इसे लॉन्च करने की तैयारी है।

AI और टेक्नोलॉजी से लैस होगा हर घर

वोवेन सिटी तकनीक और इनोवेशन का केंद्र होगा। यहां हर घर में अत्याधुनिक तकनीक और सुविधाएं होंगी:

  • AI-इंटीग्रेशन: हर घर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल होगा जो घर के कामों को ऑटोमैटिक तरीके से संभालेगा।
  • रोबोट का इस्तेमाल:
    • रोजमर्रा के कामों में मदद के लिए रोबोट उपलब्ध होंगे।
    • बुजुर्गों की मदद के लिए इंटरेक्टिव पेट रोबोट होंगे।
  • ड्रोन की भूमिका: सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शहर में ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा।
  • हाइड्रोजन एनर्जी: इस स्मार्ट सिटी को पूरी तरह से हाइड्रोजन ऊर्जा से संचालित किया जाएगा।

‘लिविंग लैब’ होगा शहर

वोवेन सिटी केवल रहने के लिए नहीं होगा, बल्कि यह एक लिविंग लैब के रूप में भी काम करेगा। इसका मतलब यह है कि यहां लोग नई-नई तकनीक का परीक्षण और विकास कर सकेंगे। यह एक ऐसी जगह होगी जहां लोग टेक्नोलॉजी को अपनी ज़रूरतों के अनुसार ढाल सकेंगे।

शहर में लोगों को बसाने की योजना

इस साल के अंत तक इस फ्यूचर सिटी में लोगों को बसाना शुरू कर दिया जाएगा।

  • पहले चरण में 100 लोगों को बसाने की योजना है।
  • शुरुआती निवासी संभवतः टोयोटा के कर्मचारी और उनके परिवार होंगे।
  • धीरे-धीरे, यहां 2,200 लोगों को बसाने की योजना है।
  • पहले दो सालों तक यह शहर आम जनता के लिए खुला नहीं होगा।

कैसा होगा जीवन ‘वोवेन सिटी’ में?

  • यहां जीवन पूरी तरह से तकनीकी होगा।
  • सभी बुनियादी सुविधाएं तकनीक आधारित होंगी।
  • लोगों की सुरक्षा और सहूलियत प्राथमिकता होगी।
  • इस स्मार्ट सिटी का डिज़ाइन इसे आत्मनिर्भर और पर्यावरण के अनुकूल बनाता है।

दूसरे चरण का काम शुरू

पहले चरण की सफलता के बाद अब इस प्रोजेक्ट के दूसरे चरण का काम शुरू हो गया है। इसमें और भी अत्याधुनिक सुविधाओं को शामिल किया जाएगा।