अनोखी परंपरा: बेटी और दामाद की सुहागरात पर मां रहती है साथ, जानिए क्यों निभाई जाती है ये रस्म

बेटी और दामाद की सुहागरात पर साथ सोती है दुल्हन की मां, कपल्स का किस्सा अगले दिन करती है उजागर

दुनिया में शादी से जुड़ी कई अनोखी परंपराएं हैं, जिनका अपना सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व होता है। ऐसी ही एक चौंकाने वाली परंपरा अफ्रीका के कुछ हिस्सों में निभाई जाती है, जहां दुल्हन की मां बेटी और दामाद की सुहागरात पर उनके साथ एक ही कमरे में रहती है। यह प्रथा सुनने में जितनी अजीब लगती है, इसके पीछे उतनी ही गहरी मान्यताएं और उद्देश्य छिपे हैं।

क्या है यह अनोखी परंपरा?

इस अनोखी रस्म के तहत, जब कोई नवविवाहित जोड़ा शादी के बाद अपनी सुहागरात मनाता है, तो दुल्हन की मां या घर की कोई बुजुर्ग महिला भी उनके साथ एक ही कमरे में सोती है।

  • यह प्रथा मुख्य रूप से अफ्रीका के कुछ हिस्सों में देखी जाती है।
  • यदि दुल्हन की मां उपस्थित नहीं होती, तो परिवार की कोई अन्य बुजुर्ग महिला यह जिम्मेदारी निभाती है।
  • अगले दिन, यह महिला परिवार के अन्य सदस्यों को रात के अनुभव के बारे में जानकारी देती है।

इस परंपरा के पीछे छिपे कारण

1. शादीशुदा जीवन के बारे में मार्गदर्शन देना

  • मां या बुजुर्ग महिला नवविवाहित जोड़े को वैवाहिक जीवन और रिश्तों के बारे में समझाती है।
  • उन्हें यह सिखाया जाता है कि रिश्ते को मजबूत और सुखद कैसे बनाया जाए।

2. संकोच और झिझक दूर करना

  • नवविवाहित जोड़े के बीच शुरू में अक्सर संकोच और झिझक होती है।
  • मां या बुजुर्ग महिला की मौजूदगी से यह संकोच कम करने में मदद मिलती है।

3. शारीरिक और भावनात्मक सलाह देना

  • दुल्हन की मां शारीरिक संबंधों और भावनात्मक जुड़ाव के बारे में जोड़े को समझाती है।
  • यह प्रथा वैवाहिक संबंधों को बेहतर बनाने की मंशा से की जाती है।

सुहागरात के अगले दिन मां क्या करती है?

  • अगले दिन, दुल्हन की मां या बुजुर्ग महिला परिवार को यह बताती है कि सबकुछ ठीक रहा या नहीं।
  • इस प्रक्रिया को वहां सामान्य परंपरा माना जाता है और इसे शर्मनाक नहीं समझा जाता।
  • यह परंपरा पूरी तरह मार्गदर्शन और रिश्तों को मजबूत करने पर आधारित है।

इस परंपरा का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व

  • पुरानी परंपरा: यह प्रथा सदियों पुरानी है और आज भी कुछ समुदायों में निभाई जाती है।
  • संस्कृति का हिस्सा: इसे वहां की संस्कृति और पारिवारिक मूल्यों से जोड़कर देखा जाता है।
  • विवाह की पवित्रता: इसे विवाह की पवित्रता और रिश्तों की मजबूती के रूप में देखा जाता है।

दुनिया में और भी अनोखी शादी परंपराएं

1. चीन – आंसुओं की रस्म

  • शादी से पहले दुल्हन को एक महीने तक हर दिन रोना पड़ता है।
  • इसे शुभ और शादी के लिए तैयार होने का प्रतीक माना जाता है।

2. फ्रांस – चॉकलेट और शैंपेन मिक्सचर पीना

  • फ्रांस में नवविवाहितों को शादी के बाद चॉकलेट और शैंपेन का मिश्रण पीने की परंपरा है।

3. भारत – कन्यादान और फेरे

  • भारत में शादी के दौरान कन्यादान, फेरे और मंगलसूत्र पहनाना प्रमुख रस्में होती हैं।

क्या यह परंपरा आज के समय में सही है?

  • आज के समय में इस परंपरा को पुरानी सोच का प्रतीक भी माना जाता है।
  • कई लोग इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता में हस्तक्षेप मानते हैं।
  • हालांकि, इसे वहां के समुदाय में सकारात्मक शिक्षा और मार्गदर्शन का हिस्सा माना जाता है।