मेरठ में जाम से मिलेगी राहत: 300 करोड़ की परियोजना, सड़कों का चौड़ीकरण और एलिवेटेड रोड का निर्माण

8c3aea1aa91de179a6a7f35f2c804fac

मेरठ विकास प्राधिकरण (MDA) ने शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या को हल करने और सुगम यातायात के लिए 300 करोड़ रुपये की परियोजना की घोषणा की है। इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत सड़कों का चौड़ीकरण, नई सड़कों का निर्माण, और एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जाएगा।

पहले चरण में 165 करोड़ रुपये की लागत से 12 कार्य पूरे किए जाएंगे। यह पहल न केवल यातायात में सुधार लाएगी, बल्कि शहर के बुनियादी ढांचे को भी आधुनिक बनाएगी।

परियोजना के मुख्य बिंदु

  1. जाम की समस्या का समाधान:
    • मेरठ में प्रमुख सड़कों और चौराहों पर ट्रैफिक जाम को दूर करने के लिए व्यापक योजनाएं बनाई गई हैं।
  2. प्रमुख सड़कें होंगी चौड़ी:
    • हापुड़ अड्डा, तेजगढ़ी, किला रोड जैसी सड़कों का चौड़ीकरण किया जाएगा।
  3. नई सड़कें और एलिवेटेड रोड:
    • बच्चा पार्क से तहसील तक एलिवेटेड रोड बनेगी।
    • विश्वविद्यालय और जेल के पीछे से किला रोड को जोड़ने के लिए नई सड़क बनाई जाएगी।

चौड़ीकरण के लिए चयनित सड़कें

  1. तेजगढ़ी से मुरलीपुर गांव तक।
  2. हापुड़ अड्डा चौराहे से गांधी आश्रम तक।
  3. किला रोड को जेल चुंगी से भावनपुर तक।
  4. कंकरखेड़ा बाईपास से कैलाशी अस्पताल तक।
  5. राजराजेश्वरी मंडप से गढ़ रोड तक।

इन सड़कों का चौड़ीकरण करते समय अतिक्रमण हटाया जाएगा।

बनेगी नई सड़कें और एलिवेटेड रोड

  1. बच्चा पार्क से तहसील तक एलिवेटेड रोड।
  2. चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और जेल के पीछे से किला रोड को जोड़ने के लिए नई सड़क।

बुढ़ाना गेट पुलिस चौकी होगी स्थानांतरित

  • स्थानांतरण का उद्देश्य:
    बुढ़ाना गेट पर स्थित पुलिस चौकी को हटाया जाएगा ताकि सड़क को चौड़ा किया जा सके।
  • परिणाम:
    • चौकी के कारण लगने वाले जाम से छुटकारा मिलेगा।
    • इस सड़क को बाईपास के रूप में उपयोग किया जा सकेगा।

चौराहों और सड़कों का सुंदरीकरण

  • लालकुर्ती चौराहा।
  • बच्चा पार्क।
  • कमिश्नर आवास चौराहा।
  • हापुड़ अड्डा।
  • फुटबॉल चौक।
  • मेट्रो प्लाजा।
  • जेल चुंगी।
  • बागपत जाने वाली सड़क का अंडरपास।

परियोजना की प्रगति और जिम्मेदारी

  • DPR का काम शुरू:
    • परियोजना की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) बनाने का काम राइट्स लिमिटेड को सौंपा गया है।
    • सर्वेक्षण जल्द ही शुरू होगा।
  • परियोजना के दो चरण:
    • पहले चरण में 165 करोड़ रुपये की लागत से 12 कार्य पूरे किए जाएंगे।
    • शेष कार्य दूसरे चरण में होंगे।

क्या बोले अधिकारी?

मेरठ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय ने बताया:

  • MDA जाम की समस्या को दूर करने के लिए लगभग 300 करोड़ रुपये खर्च करेगा।
  • 8 अक्टूबर को आयोजित हैकाथॉन में प्रस्तावों को दो भागों में बांटा गया।
  • डीपीआर तैयार होते ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।

मेरठ को क्या फायदे होंगे?

  1. यातायात की सुगमता:
    • प्रमुख सड़कों के चौड़ीकरण और नई सड़कों के निर्माण से ट्रैफिक जाम में कमी आएगी।
  2. आधुनिक बुनियादी ढांचा:
    • एलिवेटेड रोड और अंडरपास शहर को आधुनिक स्वरूप देंगे।
  3. समय और ईंधन की बचत:
    • सुगम यातायात से लोगों का समय और ईंधन दोनों की बचत होगी।
  4. आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्र में सुधार:
    • सड़कों के चौड़ीकरण से आसपास के इलाकों का विकास होगा।