नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों पर 5 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. 8 फरवरी को जब चुनाव नतीजे घोषित होंगे. एक ही चरण में सभी सीटों पर वोटिंग प्रक्रिया पूरी की जाएगी. नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 जनवरी है, इसके साथ ही 5 फरवरी को उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर और तमिलनाडु के इरोड में उपचुनाव भी होंगे.
दिल्ली विधानसभा में कुल 70 सीटें हैं, जिनमें से 58 सामान्य और 12 आरक्षित हैं। मतदाताओं की कुल संख्या 1.55 करोड़ है जिनमें 83.49 लाख पुरुष और 71.74 लाख महिला मतदाता शामिल हैं। इसके अलावा 1261 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं. कुल मतदाताओं में 2.5 लाख युवा मतदाता हैं, करीब दो लाख युवा पहली बार मतदान करेंगे. यह जानकारी मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दी. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की दो विधानसभा सीटों बडगाम और नगरोटा में बर्फबारी के कारण फिलहाल चुनाव नहीं होंगे, जिसके लिए उपचुनाव की तारीखों की घोषणा बाद में अलग से की जाएगी. इसके अलावा बंगाल की बशीरहाट सीट और गुजरात की विसावदर सीट पर भी उपचुनाव होने हैं, हालांकि दोनों सीटों पर चुनाव संबंधी याचिकाएं लंबित होने के कारण हम फिलहाल कोई फैसला नहीं ले सकते.
दिल्ली में मतदान प्रक्रिया को अंजाम देने के लिए 13 हजार से ज्यादा मतदान केंद्र तैयार किए जाएंगे. इससे पहले 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 62 सीटें, बीजेपी को आठ सीटें और कांग्रेस को कोई सीट नहीं मिली थी. फिलहाल आम आदमी पार्टी और बीजेपी दोनों ही दिल्ली की गद्दी पर कब्ज़ा करने के लिए जोरों-शोरों से प्रचार कर रही हैं. आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री आतिशी बीजेपी नेताओं पर हमलावर हैं.
जब चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ तो मुख्यमंत्री आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने तीन महीने में दो बार मुझसे मेरा आवास छीन लिया है. अगर जरूरत पड़ी तो मैं दिल्ली वालों के घर में रहूंगा लेकिन दिल्ली वालों का काम नहीं रोकूंगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केजरीवाल पर अपने लिए शीश महल बनाने का आरोप लगा रहे हैं. उस मामले में आपके सांसद संजय सिंह ने कहा कि हम मीडिया के साथ मुख्यमंत्री आवास जाएंगे, क्या आप हमें दिखा सकते हैं कि सोने के शौचालय कहां हैं? तरण – तल कहाँ है? मिनी बार कहाँ है?