भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (बीजीटी) 2024-25 में 3-1 से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद टीम इंडिया के प्रदर्शन पर सवाल खड़े हो गए हैं। भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा, जबकि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अकेले दम पर टीम की लड़ाई को जारी रखा।
पूर्व दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह ने टीम की हार पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए टीम प्रबंधन और खिलाड़ियों की रणनीति की आलोचना की। हरभजन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि बुमराह को जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करके उनकी क्षमताओं का हद से ज्यादा दोहन किया गया। उन्होंने भारतीय बल्लेबाजों की फ्लॉप शो और टर्निंग पिचों पर खेलने की आदत को हार के लिए जिम्मेदार ठहराया।
हरभजन सिंह का बयान: “गंदी पिचों की आदत पड़ गई”
हरभजन सिंह ने भारतीय टीम की रणनीति पर सवाल उठाते हुए कहा:
“मन उदास है। इस भारतीय टीम से बहुत उम्मीदें थीं। बड़े-बड़े नाम हैं, लेकिन प्रदर्शन बहुत खराब रहा। भारत में टर्निंग पिचों पर खेलने की आदत पड़ चुकी है। गंदी पिचों पर जीतकर जब यह आदत लग जाती है, तो अच्छे विकेट पर खेलने का तरीका समझ नहीं आता। भारतीय बल्लेबाज ऑस्ट्रेलिया में बुरी तरह नाकाम रहे।”
“बुमराह को गन्ने की तरह निचोड़ दिया गया”
जसप्रीत बुमराह ने सीरीज में भारत की ओर से सबसे शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन उनकी अत्यधिक गेंदबाजी ने उनके शरीर पर भारी असर डाला। हरभजन ने कहा:
“पूरे टूर्नामेंट में सिर्फ जसप्रीत बुमराह ही छाए रहे। टीम ने बुमराह को गन्ने की तरह निचोड़ दिया। हर अहम बल्लेबाज के सामने बुमराह से ही गेंदबाजी कराई गई। आखिरकार, जब पांचवां टेस्ट आया, तो उनकी पीठ की समस्या इतनी बढ़ गई कि वह गेंदबाजी करने लायक नहीं रहे। अगर बुमराह नहीं होते, तो भारत शायद 5-0 से हार जाता।”
बुमराह का प्रदर्शन और टीम की हार
- जसप्रीत बुमराह के आंकड़े:
- कुल विकेट: 32 (सर्वाधिक)
- औसत: शानदार प्रदर्शन के बावजूद वर्कलोड के कारण चोटिल हुए।
- टीम इंडिया का प्रदर्शन:
- बल्लेबाजी: विराट कोहली और रोहित शर्मा समेत सभी बड़े नाम फ्लॉप रहे।
- सीरीज: 3-1 से हार, ऑस्ट्रेलिया ने 10 साल बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम की।